Monday, July 8, 2024
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UP Politics : बीजेपी के इस मंत्री ने स्वामी प्रसाद के फांसी की मांग, जानें पूरा मामला

मंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य एक धुर्त नेता है, वो फायदा देखकर पार्टी बदलते हैं. पहले जनता दल गए वहां से बसपा में गए फिर भाजपा में आए और अब सपा में शामिल हुए हैं.

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UP Politics: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के रामचरितमानस पर विवादित बयान के बाद पूरे देश में उनका विरोध देखने को मिल रहा है. इस बीच सपा और बीजेपी आमने सामने आ गई है. हालांकि समाजवादी पार्टी ने खुद को इससे अलग कर लिया है. समाजवादी पार्टी ने कहा कि ये उनका निजी बयान हो सकता है. अब बीजेपी के मंत्री ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए फांसी की मांग कर दी है.

अलीगढ़ में उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री रघुराज सिंह ने स्वामी प्रसाद मौर्य को फांसी देने की मांग की, वहीं उन्होंने आचार्य धीरेद्र शास्त्री को लेकर कहा कि मैं भी उनका भक्त हूं.

जानकारी हो कि पिछले दिनो सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि रामचरितमानस में कई चौपाई सही नही है और सरकार को इसे बैन कर देना चाहिए. उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव को ऐसे नेताओं को पार्टी से निष्काशित कर देना चाहिए. अगर अखिलेश यादव उन्हे पार्टी से नही निकालते है तो सपा को राम का विरोधी ही माना जाएगा.

मंत्री रघुराज सिंह ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य एक धुर्त नेता है, वो फायदा देखकर पार्टी बदलते हैं. पहले जनता दल गए वहां से बसपा में गए फिर भाजपा में आए और अब सपा में शामिल हुए हैं. लिहाजा फिर वो कहीं भा जा सकते हैं.

मिले फांसी की सजा

रघुराज सिंह ने कहा की स्वामी प्रसाद जैसे लोग दलित पिछड़े को लड़ाना चाहते हैं.ऐसे व्यक्ति को तो तत्काल सजा होनी चाहिए. मंत्री रघुराज सिंह का कहना है कि वाल्मीकि रामायण की आड़ में हिंदू समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है. ऐसे नेता ही देश को बाटते है. राम का अपमान करने वालों को फांसी की सजा होनी चाहिए.

स्वामी ने दिया था विवादित बयान

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि रामचरितमानस में कई चौपाई में को स्वीकार नही किया जा सकता है. ऐसे में इसपर सरकार बैन लगाए. जब इस बयान को लेकर उनसे सवाल किया गया तो उनका कहना था कि वो अपने बयान पर अडिग हैं. वही वो उन्होंने ना ही राम का अपमान किया है और ना ही राचरितमानस का, उन्हें बस कुछ लाइनों से परेशानी है.

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