इंडिया न्यूज, बरेली:
UP Vidhan Sabha Election 2022 रुहेलखंड की धरती पर राजनीति का लंबे समय तक परचम लहराने वाले तीन बार के सांसद कुंवर सर्वराज सिंह के बेटे सिद्धराज सिंह ने गुरुवार भाजपा का दामन थाम लिया। लखनऊ में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेई ने उन्हें पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराई। इसके साथ ही सिद्धराज ने बदायूं की बिल्सी सीट से दावा भी ठोक दिया है।
सिद्धराज सपा के टिकट पर लड़ चुके हैं चुनाव UP Vidhan Sabha Election 2022
सिद्धराज पिछली बार सपा के टिकट पर आंवला विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे। भाजपा के पूर्व मंत्री धर्मपाल सिंह से करीब तीन हजार वोटों से उन्हें शिकस्त मिली थी। नौकरी छोड़कर सियासत में आने वाले सिद्धराज को अपने पहले चुनाव में 59619 वोट मिले थे। उनके साथ बरेली और बदायूं के तमाम लोगों ने भी भाजपा ज्वाइन की है।
बिल्सी सीट से टिकट मिलना तय माना जा रहा UP Vidhan Sabha Election 2022
उन्हें बदायूं की बिल्सी सीट से टिकट मिलना तय माना जा रहा है। फिलहाल इस सीट से भाजपा के विधायक आरके शर्मा हैं, लेकिन उनकी आंवला सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा है। सिद्धराज के पिता कुंवर सर्वराज सिंह आंवला लोकसभा सीट से तीन बार सांसद और बिथरी चैनपुर ( तब सन्हा) विधानसभा सीट से दो बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें क्षत्रिय समाज का बड़ा नेता माना जाता है। इस कारण सिद्धराज के भाजपा में जाने पर रुहेलखंड की सियासत के समीकरण बदलने की संभावना जताई जा रही है।
पूर्व सांसद पिता फिलहाल कांग्रेसी UP Vidhan Sabha Election 2022
सिद्धराज सिंह ने भाजपा ज्वाइन कर ली है, लेकिन उनके पिता पूर्व सांसद कुंवर सर्वराज सिंह फिलहाल कांग्रेसी ही हैं। उनके पिता ने 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा को अलविदा कहकर कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। वह कांग्रेस से चुनाव लड़े थे, लेकिन भाजपा के धर्मेन्द्र कश्यप से चुनाव हार गए थे। अभी वह भाजपाई नहीं हुए हैं। बेटे के भाजपा में शामिल होने के बाद माना जा रहा है कि आने वाले समय में वह अपने बेटे के साथ ही खड़े नजर आएंगे।