Friday, July 5, 2024
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Uttar Pradesh: पीड़ित लड़की की चौखट पर बैठ गए बलिया के एसपी, वायरल हो गई फोटो

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Uttar Pradesh

इंडिया न्यूज, बलिया (Uttar Pradesh) : चौकिए नहीं! तस्वीर में घर के चौखट पर बैठकर जांच करने वाला यह शख्स कोई थानाध्यक्ष या दारोगा नहीं है, बल्कि बलिया जिले के कप्तान राजकरन नैय्यर है। बलिया में किशोरी पर हुए जानलेवा हमले की जांच करने के लिए एसपी स्वयं पीडि़त के घर पहुंच गये और जांच करने लगे। एसपी ने पीड़ित के घर की चौखट पर ही बैठकर जांच की। जो यह तस्वीर अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। एसपी के त्वरित न्याय देने की इस पहल की लोग सराहना कर रहे है।

यह है पूरा मामला
नगरा थाना क्षेत्र के सिकरहटा गांव के बाहर पुलिया के पास शनिवार को किशोरी घायलावस्था में मिली। सूचना पर नगरा थानाध्यक्ष दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। घायल किशोरी को पुलिस ने नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर किशोरी की हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने इलाज के लिए ट्रामा सेंटर बीएचयू रेफर कर दिया। पुलिस ने प्रकरण में मुकदमा दर्ज पूछताछ के लिए कई लोगों को हिरासत में लिया है।

जब एसपी पहुंच गए पीड़िता के घर
घायलावस्था में मिली किशोरी के बारें में परिजनों से जानकारी लेने व जांच करने के लिए बलिया एसपी राजकरन नैय्यर पीड़िता के घर पहुंच गये। एसपी ने बिना हिचक के पीड़िता के घर की चौखट पर बैठ गये और परिजनों से घटना के बारें में जानकारी ली। इस दौरान किसी ने एसपी के चौखट पर बैठने की फोटो क्लिक करके सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। जो अब तेजी से वायरल हो रही है। एसपी के न्याय देने के इस अंदाज को लोग काफी पसंद कर रहे है।

लोग बोले- नहीं देखा ऐसा एसपी
सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही तस्वीर को देखने के बाद लोगों की प्रक्रिया भी सामने आनी लगी है। लोगों का कहना है कि जिले में अभी तक कोई ऐसा एसपी नहीं आया था। जो पीड़ित के घर न्याय दिलाने व जांच करने के लिए पहुंच जाए। अगर ऐसे ही अधिकारी कार्य करने लगे तो पीड़ित को तत्काल न्याय मिल जाएगा और अपराध पर अंकुश भी लगेगा।

एसपी बोले- न्याय दिलाना मेरा कर्तव्य
सोशल मीडिया पर तस्वीर वायरल होने के बाद एसपी ने बताया कि मुझे पता भी चल सका कि कब यह तस्वीर ली गई और वायरल हो गई। हलांकि मेरी पहली प्राथमिकता पीड़ित को न्याय दिलाने की है और न्याय दिलाना ही मेरा कर्तव्य है। मुझे लगा कि प्रकरण में पीड़ित के घर जाना चाहिए तो मैं बिना लेट किए उसके घर पहुंचा और परिजनों से वार्ता किया।

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