India News (इंडिया न्यूज़), Uttar Pradesh: पीलीभीत में तमिलनाडु के मंत्री उदय निधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म पर दिए गए बयान के बाद तमाम हिंदू संगठनों ने उदय निधि स्टालिन का पुतला फूंका। साथ ही स्टालिन के मंत्री पद के इस्तीफा की मांग की है। वहीं इस बयान पर यूपी सरकार के पीलीभीत बरखेड़ा विधानसभा से विधायक स्वामी प्रवक्तानंद की भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है।
स्वामी प्रवक्तानंद की भी तीखी प्रतिक्रिया…
हिंदू संगठनों के अनुसार भारतीयों के पवित्र सनातन धर्म पर तमिलनाडु के मंत्री उदय निधि स्टालिन ने जो बयान दिया है । भारत में इस तरह के लोगों का होना और खास तौर से मंत्री पद पर रहते हुए इस तरीके की मानसिकता रखना, सनातन धर्म के लिए व भारतीय संस्कृति के लिए बहुत ही अपमानजनक व षड्यंत्रकारी टिप्पणी है। हिन्दू संगठनों ने इस बेहूदा हरकत का पुरजोर विरोध करते हुए उदयनिधि स्टालिन का पुतला फूंका व जमकर स्टालिन विरोधी नारेबाजी की।
उन्हें इसका ज्ञान नहीं है यह ईश्वर की बनाई हुई परंपरा
साथ ही संगठन कार्यकर्ताओं ने तत्काल मंत्री पद से इस्तीफा की मांग की और चेतावनी दी यदि सनातन धर्म के खिलाफ कोई भी आवाज उठाएगा तो संपूर्ण हिंदू समाज उसका विरोध करेगा। वहीं भाजपा विधायक स्वामी प्रवक्तानंद का कहना है जो लोग सनातन के खिलाफ बोल रहे हैं उन्हें इसका ज्ञान नहीं है यह ईश्वर की बनाई हुई परंपरा है। जो सृष्टि के उत्पत्ति से पहले भी थी और हमेशा रहेगी जिसको कोई मिटा नहीं सकता।
क्या कहा था उदयनिधि स्टालिन ने ?
याद दिला दें कि उदयनिधि स्टालिन ने तमिलनाडु में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि सनातन धर्म को मच्छर, डेंगू, मलेरिया या कोरोना की तरह खत्म करना होगा। इसके साथ ही स्टालिन कहते हैं कि,”सनातन धर्म विरोध करने के बजाय इसे खत्म करना होगा, क्योंकि सनातन धर्म लोगों को जातियों में बांटता है और भेदभाव को बढ़ावा देता है।” इसके साथ ही उदयनिधि द्वारा इस टिप्पणी के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया गया और अपने बयान को सही ठहराते हुए कहा था कि “मैं यह बात लगातार कहूंगा।”
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