India News ( इंडिया न्यूज ), Jyotsna Rai : बदायूँ में एक सिविल जज ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर आत्महत्या कर ली। जस्टिस ज्योत्सना राय मऊ की रहने वाली थीं लेकिन एक साल से उनकी पोस्टिंग बदांयू में थी। सूत्रों ने बताया कि शनिवार सुबह जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो उसके साथियों ने पुलिस को सूचना दी। बदायूँ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि बदायूँ के जज कॉलोनी परिसर की पहली मंजिल पर रहने वाली सिविल मामलों की न्यायाधीश (जूनियर) ज्योत्सना राय (27) ने अपने शयनकक्ष में पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली।
उन्होंने बताया कि जब राय शनिवार सुबह 10 बजे तक अदालत नहीं पहुंचे, तो उनके साथी न्यायाधीशों ने उन्हें फोन किया, लेकिन जब वह नहीं पहुंच सके, तो वे उनके आवास पर गए और पाया कि उनका शयनकक्ष अंदर से बंद था। प्रियदर्शी ने बताया कि जब पुलिस मौके पर पहुंची और बेडरूम का दरवाजा तोड़ा तो राय का शव पंखे से लटका हुआ था।
अधिकारी ने बताया कि मूल रूप से मऊ जिले की रहने वाली राय 29 अप्रैल 2023 से बदायूं में सिविल मैटर्स जज (जूनियर) के पद पर तैनात थीं। इससे पहले वह अयोध्या में न्यायिक मजिस्ट्रेट के पद पर कार्यरत थीं। उन्होंने कहा कि राय के आवास से उनके द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट समेत कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो इस मामले की गुत्थी सुलझाने में अहम साबित हो सकते हैं।
प्रियदर्शी ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह मानसिक तनाव का मामला लग रहा है। उन्होंने कहा कि महिला जज के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और उनके परिवार के सदस्यों को इस संबंध में सूचित कर दिया गया है।
ज्योत्सना राय जन्म 5 जुलाई 1995 को हुआ था उनके पिता का नाम अशोक कुमार राय है। वह उत्तर प्रदेश के मऊ जिले की रहने वाली थीं और अविवाहित थीं। ज्योत्सना बचपन से ही पढ़ाई में होनहार थीं। उन्होंने 2010 में हाईस्कूल और 2012 में इंटरमीडिएट परीक्षा प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण की। वह 2019 में न्यायिक सेवा में शामिल हुईं और नवंबर 2019 में उनकी पहली पोस्टिंग अयोध्या में अतिरिक्त सिविल जज जूनियर डिवीजन के रूप में हुई।
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