India News (इंडिया न्यूज़),Agra News: आगरा में लगातार गर्मी का सितम बढ़ता जा रहा है। ताज नगरी में लगातार पारा 40 के आसपास रह रहा है। ऐसे में जनजीवन अस्त व्यस्त है। गरीबों का फ्रिज कहे जाने वाले मटके जो की हर कोई चाह रखता है की गर्मी में मटके का शुद्ध और ठंडा पानी पीने को मिले, ताजनगरी आगरा के कुम्हार यहां तरह तरह के मटके तैयार करते हैं और वहीं कुछ मटके राजस्थान और गुजरात से भी बिक्री के लिए जाते हैं। राजस्थानी मटके अपनी राजस्थानी कला को दर्शाते हैं तो वहीं गुजराती मटके गुजरात की कला को दर्शाते हैं। जिन्हें रंग-बिरंगी पेंटिंग की जाती है।
खास बात ये है की गुजरात के मटके कुम्हारों के नाम से बिकते हैं। किसी मटके का नाम पप्पू होता है तो किसी मटके का नाम प्रमोद होता है। दुकानदार का कहना है गुजरात के पप्पू नाम के कुम्हार से जो मटके आते हैं, उनका नाम पप्पू होता है और जो प्रमोद नाम के कुम्हार से आते हैं उनका नाम प्रमोद होता है जिससे माल बेचने में भी आसानी रहती है। गर्मी में मटके की बिक्री में इज़ाफा देखने को मिल रहा है जिसमे गुजराती मटके ग्राहकों की पहली पसंद बने हुए हैं।
देसी मटकों के साथ-साथ इस बार गुजरात के मटकों ने अपनी एक अलग ही पहचान बना रखी है। गुजरात के मटकों को इस बार कारीगरों ने नया रंग रूप दिया है और नए लुक में तैयार किया है। जो कि बाजार में अपनी धूम मचा रहा है। इस मटके की कीमत बाजार में ₹200 से लेकर ₹400 तक है।