India News UP (इंडिया न्यूज), Agra News: आगरा (Agra News) में आधी रात के बाद कालीन कारोबारी के तीन मंजिला मकान में आग लग गई। परिजनों को इसकी जानकारी तब हुई जब घर में धुआं भर गया। लपटों से घिरा कारोबारी का बेटा आग में जिंदा जल गया। सूचना पर पहुंची पुलिस और दमकल कर्मियों ने आग बुझने के बाद शुक्रवार सुबह बेटे का शव बाहर निकाला। आग मंदिर में रखे दीपक से शुरू हुई थी।
घर में आग लगने से किचन में रखा सिलेंडर फट गया और तेज धमाके से पूरी कॉलोनी में दहशत फैल गई। घटना आगरा के सदर क्षेत्र की है। शहीद नगर थाने के पास कावेरी विहार में रहने वाले केजी वशिष्ठ का कालीन का कारोबार है। गुरुवार रात वह अपने बेटे 35 वर्षीय भरत वशिष्ठ के साथ घर में अकेले थे। रात करीब 12.15 बजे उन्होंने पुलिस को कॉल कर बताया कि हमारे घर में आग लग गई है। लड़का आग में फंसा है, जल्दी आकर उसे बचाओ।
फायर ब्रिगेड की गाड़ी और पुलिस कावेरी विहार पहुंच गई। लेकिन तब तक घर पूरी तरह आग की चपेट में आ चुका था। आग लगने का कारण यह पता चला है कि परिवार ने दैनिक पूजा के बाद मंदिर में दीपक जलाकर छोड़ दिया था। दीपक की लपटों ने मंदिर में रखे अन्य सामान को अपनी चपेट में ले लिया। इससे पहले एक कमरे में आग लगी। इसके बाद पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया।
आग और धुएं से घुटन होने पर परिवार के लोग जागे तो खुद को लपटों से घिरा पाकर चीखने-चिल्लाने लगे। इसी बीच घर में आग लगने से रसोई में रखा गैस सिलेंडर तेज धमाके के साथ फट गया। जिससे रसोई की छत क्षतिग्रस्त हो गई। दहशत के कारण आस-पड़ोस के लोग भी अपने घरों से बाहर निकल आए। बताया जाता है कि निचला हिस्सा धुआं से भर गया तो भरत अपने पिता को बचाकर बाहर निकल आया। इसके बाद सामान बचाने के लिए वह दोबारा घर में घुसा। तब तक आग रसोई तक पहुंच चुकी थी।