Agra: प्रदेश भर में आलू की बंपर पैदावार से किसान अपने खेतों से खुश है। मगर, आलू का अच्छा भाव नहीं मिलने से किसान निराश है। इस मामले में प्रदेश में राजनीति भी शुरू हो गई है। हालांकि आलू किसानों की पीड़ा है कि, इस बार आलू के भाव और सरकार की एमएसपी उन्हें कर्जदार बना रही है। किसानो का कहना है कि सरकार ने आलू की 650 रुपए प्रति कुंतल की एमएसपी जारी करके किसान के घाव पर नमक लगाने का काम किया है। किसानो का कहना है कि सरकार ने 650 रुपए प्रति कुंतल एमएसपी से घोषित की है। जबकि, किसान की प्रति कुंतल लागत 950 रुपए है। जिससे ही किसान अब सरकार से भी नाखुश है।
आलू की एमएसपी को लेकर किसान एक ओर सरकार से नाराज है तो दूसरी ओर किसान नेता राकेश टिकैत और सपा मुखिया पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने आलू की एमएसपी पर योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। किसानों का कहना है कि आलू की एमएसपी को लागत से ज्यादा घोषित करें। बता दें कि, यूपी में आगरा आलू की खेती का गढ़ और सबसे बड़ा आलू उत्पादक जिला है। इस बार आगरा में आलू की बंपर पैदावार हुई है। जिससे आलू किसानों के चेहरे पर खुशी गई। लेकिन, सरकार की 650 रुपए प्रति कुंतल एमएसपी से किसान दुखी है।
आलू की खेती में प्रति कुंतल 950 रुपए की लागत आई है। इसलिए, आलू राजा को सरकार इस बार रंक बना रहा है। क्योंकि, सरकार की घोषित एमएसपी की वजह से मंडी में आलू के भाव 600 से 700 रुपए कुंतल हैं। किसान भावुक होकर योगी सरकार से गुहार लगा रहे है की आलू के समर्थन मूल्य को बढ़ाया जाए ताकि किसान अपने बच्चो को शिक्षा दिला सके और अपने ऊपर चल रहे कर्जे को भी उतार सके।
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