इडिया न्यूज, लखनऊ:
Akhilesh Yadav Announcement: भाजपा की केन्द्र सरकार ने किसान आंदोलन को लेकर तीनों कृषि कानून बिल को वापस लेने के बावजूद यह मसला खत्म नहीं हो रहा है। राजनीतिक दल यूपी विधानसभा चुनाव में इसे मुद्दा बनाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। छोटे दलों के साथ गठबंधन को अंतिम रूप देने में जुटे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को ऐलान किया। अखिलेश ने कहा कि यूपी में सपा की सरकार बनते ही किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवारों को 25-25 लाख की सहायता देंगे।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि ‘किसान का जीवन अनमोल होता है क्योंकि वो ‘अन्य’ के जीवन के लिए ‘अन्न’ उगाता है। हम वचन देते हैं कि 2022 में समाजवादी पार्टी की सरकार आते ही किसान आंदोलन के शहीदों को 25 लाख की ‘किसान शहादत सम्मान राशि’ दी जाएगी।’
तीनों कृषि कानून की वापसी की घोषणा के बाद से ही किसान आंदोलन में मृत किसानों के मुआवजे की मांग उठ रही है। संयुक्त किसान मोर्चा ने कानून वापसी के बाद पीएम मोदी को पत्र लिखकर कई मांग की थी। इसमें कृषि कानून के विरोध में किसान आंदोलन के के दौरान मरने वाले किसानों के परिवार के लिए मुआवजे की मांग शामिल थी।
पिछले दिनों लखनऊ में हुई किसान महापंचायत में भी संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा था कि सिर्फ तीन कानून वापस लेने से आंदोलन खत्म नहीं होगा और भी ज्वलंत मुद्दे हैं उनका निस्तारण जरूरी है।
किसानों मांगों को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी लगातार भाजपा के खिलाफ हमलावर रहे हैं। इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि अमीरों की भाजपा ने भूमि अधिग्रहण और काले कानूनों से गरीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर काले-कानून वापस ले ही लिए।