Akhilesh Yadav: (raised the issue of caste census in the assembly, got the support of Rajbhar) लोकसभा चुनाव नजदीक हैं। इसको लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने स्तर से चुनावी तैयारी में जुट गई हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में रामचरित मानस विवाद के बाद जातिगत जनगणना का मुद्दा गरमाया हुआ हैं, जिसको लेकर जमकर राजनीति हो रही है।
सपा जातिगत जनगणना के मुद्दे को लेकर लगातार भाजपा पर हमलावर है इसी कड़ी में नेता प्रतिपक्ष और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक नया दांव चल दिया है। उन्होंने सदन में इस मुद्दे को उठाया सपा प्रमुख द्वारा कहा गया की भाजपा एक नारा देती है ‘सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास’ तो ये बीजेपी का नारा बिना जातिगत जनगणना के कैसे सत्यार्थ होगा। वहीं इस मुद्दे पर उनके द्वारा विरोधियों से भी खुलकर समर्थन मांगा गया जिस पर उन्हे सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर का साथ मिला, उसके बाद उन्होंने कहा की हम सब विपक्ष के लोग जातिगत जनगणना चाहते है।
अखिलेश ने सदन में कहा बिना जातिगत जनगणना के भाजपा का सबका साथ-सबका विकास का नारा अधूरा है। कैसे होगा सबका साथ जब हम आपको ये पता ही नहीं होगा की हम कितने हैं? तो सबका विश्वास कैसे जीतेंगे आप? जब तक कोशिश नहीं होगा, अपना प्रदेश कैसे आगे बढ़ेगा।
अखिलेश यादव ने सदन जब जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया तो ओपी राजभर उठ खड़े हुए, उसके बाद अखिलेश यादव ने राजभर से पूछा कि आप जाति जनगणना चाहते हैं कि नहीं? इसपर राजभर ने अपने चुटकीले अंदाज में जवाब देते हुए कहा कि हम तो 100 प्रतिशत जातिगत जनगणना चाहते हैं लेकिन आपने उधर से भगा दिया।
ओपी राजभर से सवाल जवाब के बाद अखिलेश यादव ने योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद को देखकर बोले की कितने अच्छे लग रहें है मंत्री बने हुए। इसलिए तो आप वहा गए थे। आप भी तो नेता हैं आप बताइए आप क्या चाहते हैं जातिगत जनगणना होना चाहिए? इस पर निषाद ने तुरंत जवाब देते हुए कहा कि ‘इन लोगों ने विसंगति पैदा कर रखी है और हमें लटका रखा है। न हम पिछड़े में हैं और न अनुसूचित में हैं।’ इसके बाद स्पीकर ने मंत्री संजय निषाद को बैठने के लिए कह दिया तो अखिलेश बोल मैं जानता हूं की वो दिल से समर्थन कर रहें हैं। वो उधर के दल में हो सकते हैं लेकिन दिल से हमारे साथी हैं।