Aligarh
इंडिया न्यूज, अलीगढ़ (Uttar Pradesh) । अलीगढ़ में गैर समुदाय द्वारा बजरंग दल कार्यकर्ता के साथ की गई मारपीट पर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव कर जमकर हंगामा किया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की और आरोपी पुलिसकर्मि को थाने से हटाने की मांग की। दरअसल बजरंग दल कार्यकर्ता रतन गड्ढे में फंसी गाय को बाहर निकाल रहे थे।
इस दौरान गैर समुदाय के लोगों की रतन से कहासुनी हो गई और उसके बाद फिर रतन के साथ मुस्लिम समुदाय ने मारपीट कर दी। जिससे रतन को काफी चोट आई। इस मामले में रतन ने थाना बन्नादेवी में कार्यवाही के लिए प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन दरोगा संजीव कुमार ने 151 में चालान कर छोटी कार्रवाई कर छोड़ दिया। रतन के मुकदमे को कमजोर कर केवल खानापूर्ति की गई।
दारोगा पर भ्रष्टाचार का आरोप
पुलिस की कार्यशैली के चलते शनिवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने थाना बन्नादेवी का घेराव कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मुकदमे के पुनर विवेचना की मांग की है। वहीं, दरोगा संजीव कुमार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए थाने से हटाने की मांग की।
इस दौरान दरोगा संजीव कुमार पर 80 हज़ार लेकर गैर समुदाय के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया। बजरंग दल के महानगर अध्यक्ष भरत कुमार ने भ्रष्ट पुलिस दरोगा संजीव कुमार के लिए चंदा इकट्ठा किया। भरत ने कहा कि दरोगा पैसे लेकर काम करते हैं तो उनके लिए चंदा इकट्ठा कर दिया जाएगा, ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके। भरत ने बताया कि अगर दारोगा का पेट नहीं भरता है तो भीख मांग कर इकट्ठा कर दरोगा को रुपए देंगे।
हंगामे की सूचना पर पहुंचे अधिकारी
भरत कुमार ने कहा कि बजरंग दल पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए आया है। भरत ने कहा कि अगर पुलिस अधिकारी गलत काम करेंगे तो ठीक नहीं होगा। हंगामे की सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गए और बजरंग दल कार्यकर्ताओं को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें- मुख्तार अंसारी मनी लॉन्ड्रिंग केस में ईडी की जांच हुई तेज, बीएसपी के इन दो सांसदों की बढ़ सकती हैं मुसीबतें