Atiq Ahemad Case: पुलिस रिकार्ड में कसारी मसारी मुहल्ला निवासी अंसार बाबा का बेटा जुल्फिकार उर्फ तोता धूमनगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वह पिछले तीन साल से जेल में बंद हैं। उसके खिलाफ धूमनगंज, कर्नलगंज, कैंट, खुल्दाबाद और करेली थाने में हत्या, हत्या के प्रयास, धोखाधड़ी, रंगदारी, गुंडा, गैंगस्टर के मुकदमे कायम हैं। जानकारों का कहना है कि पूर्व सांसद अतीक के इशारे पर तोता ने कई लोगों की हत्या कर चुका है। कैंट थाना क्षेत्र के बेली में हुए चर्चित डबल मर्डर मामले में भी तोता के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। खुल्दाबाद के बेनीगंज में पुलिस की मुखबिरी करने वाले रवि पासी को जेल से धमकी देने व हत्या में भी शातिर अपराधी का नाम सामने आया था।
माफिया अतीक अहमद गैंग का सदस्य जुल्फिकार उत्सुकता जिसके ऊपर योगी सरकार के पहले कार्यकाल में बड़ी कार्यवाही की गई थी। जिसके तहत अपराध से अर्जित की गई। कई संपत्तियों को तत्कालीन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक व जिलाधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी ने कुर्की की कार्रवाई की करते हुए जप्त कर लिया था। तोता के ऊपर प्रयागराज जनपद के धूमनगंज पुरामुफ्ती खुल्दाबाद करेली थाना सहित अन्य थानों में कई अपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। जिनमें हत्या हत्या का प्रयास रंगदारी किडनैपिंग जैसे मुकदमा पंजीकृत थे।
जुल्फिकार उर्फ तोता अंसार बाबा का बेटा है जो कसारी मसारी में रहा करता था अंसार बाबा माफिया अतीक अहमद के खासम खास हुआ करते थे अंसार बाबा की हत्या के बाद तोता ने अपने पिता की जगह लेते हुए अतीक अहमद के लिए काम करना शुरू कर दिया और कुछ दिनों में वह भी अतीक अहमद का खास बन गया अतीक अहमद तोता पर बहुत भरोसा किया करता था क्योंकि उसके पिता भी अतीक अहमद के वफादार हुआ करते थे।
अतीक अहमद के शूटर जुल्फिकार उर्फ तोता की 17 संपत्तियां कुर्क हो चुकी है । अतीक के बेहद करीबी की यह सभी जमीनें धूमनगंज के कसारी मसारी में स्थित है। डीएम की ओर से जारी आदेश में कहा गया था कि पुलिस की ओर से भेजी गई। रिपोर्ट के अध्ययन से साफ है कि कसारी मसारी निवासी तोता ने उक्त संपत्तियां समाज विरोध क्रियाकलापों से अर्जित धन के जरिए बनाई। उन्होंने धूमनगंज इंस्पेक्टर को इन संपत्तियों का प्रशासक नियुक्त किया है। गौरतलब है कि 3 दर्जन से अधिक मुकदमों का आरोपी तोता धूमनगंज थाने में गैंगस्टर के मामले में भी नामजद है। जिसकी विवेचना चल रही है।