Auraiya: उत्तरप्रदेश के औरैया जिले में बीते 21 जनवरी को कच्ची मकान की दीवार गिरने से एक दंपति वं एक मासूम बेटे की मौत से पूरे प्रदेश सकते में हड़कम्प मच गया था। सरकार दावा कर रहीं हैं कि सरकार की योजनाओं में हर गरीब को आवास दिया जा रहा है। हकीकत तो तब सामनें आयी जब जनपद में यह घटना घटी क्योंकि वह प्रशासन से सरकारी आवास की मांग करते रहे इस हादसे के बाद जिला प्रशासन ही नही बल्कि शासन की भी नींद उड़ गई थी क्योंकि जिस दंपती की मौत हुई थी उसे आवास मिला ही नहीं था। हादसें में एक मासूम बच्चे की एवं माता पिता की मौत हो गई थी वही दो बच्चों को सैफई इलाज के लिए भेजा गया था।
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हादसे के बाद प्रशासन ने जानकारी देते हुए कहा कि उनकी कालोनी सेंशन हुई थी, लेकिन सवाल यह उठता है।इतने सालों से आवास योजनाएं चलाई जा रही है। तो इस पात्र को कैसे आवास नही मिला था। मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत हर एक गरीब को पक्का मकान दिया जाए। शायद इस योजना को जिले के ही अधिकारी पलीता लगा रहे है।
शासन की मद्दत और प्रशासन की पहल से अनाथ हुए तीन बच्चों को प्रशासन द्वारा ढाई ढाई बीघा जमीन व पांच लाख कृषक दुर्घटना बीमा के रुपयों दिए गए। साथ ही दो बच्चों को मुख्यमंत्री योजना के तहत 18 साल तक 2500 2500 सौ रुपए प्रति माह पढ़ाई के लिए दिए जाएंगे।
जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र ने बताया कि कुछ महीने पहले गोपियापुर गांव में एक दीवार गिर जाने से दम्पति सहित एक मासूम की मौत हो गई थी और तीन बच्चे घायल हो गए थे। जिन्हें उचित इलाज के लिए सैफई भेजा गया था और उचित इलाज मिलने के बाद आज वह स्वस्थ्य है। जिला प्रशासन और शासन की मद्दत से इन बच्चों को सरकारी योजनाओ का लाभ दे दिया गया है।