होम / Ayodhya News: इंतजार खत्म, अयोध्या में इस दिन होगी रामलला की मूर्ति की पूजा, रोज सरयू जल के पंचामृत से करेंगे स्नान

Ayodhya News: इंतजार खत्म, अयोध्या में इस दिन होगी रामलला की मूर्ति की पूजा, रोज सरयू जल के पंचामृत से करेंगे स्नान

• LAST UPDATED : September 5, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Ayodhya News: भगवान राम लला का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो चुका है। भव्य मंदिर में विराजमान होने के साथ ही भगवान रामलला की सेवा एक युवराज के तौर पर की जाएगी। लंबे समय के इंतजार के बाद भगवान राम लला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हो रहे हैं। नए मंदिर में विराजमान होने के साथ भगवान राम लला के ठाठ बढ़ जाएंगे। जिसमें रामानंदी पूजन परंपरा का निर्वहन किया जाएगा। भगवान राम लला को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में वेद मंत्रो के पाठ के साथ जगाया जाएगा।

रामलला को गज और गौ का दर्शन कराया जाएगा

भगवान के जागने के तत्काल बाद रामलला को गज और गौ का दर्शन कराया जाएगा। भगवान राम लाल के पूजन अर्चन को लेकर धर्माचार्य से अब विचार विमर्श का दौर भी शुरू हो चुका है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी ने अयोध्या के वरिष्ठ संतो के साथ भगवान के पूजन अर्चन के विविध आयामों पर चर्चा की है। रामनगरी के प्रकांड विद्वानों से भगवान के पूजन अर्चन के निमित्त राय भी ली है।

राम लाल राजभोग का आनंद दोपहर 12 से 12:30 बजे के बीच में लेंगे

भगवान राम लला नित्य सरयू जल से पंचामृत से स्नान करेंगे, इसके साथ ही स्नान के बाद रामलला को नए वस्त्र धारण कराए जाएंगे। भगवान राम लला के भोग को लेकर भी कई विशेष तैयारी की गई है, जिसमें बालभोग, राजभोग शामिल हैं।  भगवान राम लाल राजभोग का आनंद दोपहर 12 से 12:30 बजे के बीच में लेंगे। जिसमें जेवनार गायन के पदों की प्रस्तुति गायको की टोली के द्वारा की जाएगी। इसके साथ भगवान के दरबार में शाम को उत्सव दिखेगा। गायन और वादन की परंपरा का निर्वहन होगा। भगवान राम लला के नए मंदिर में रामलला के ठाट निराले होंगे। जिसमें 6 तरह की आरतियां प्रतिदिन भगवान राम लला की किया जाएगा जो धार्मिक मान्यताओं में है।

भगवान राम लला के पूजन पद्धति को लेकर के चर्चा हुई

बैठक में शामिल जगद्गुरु राम दिनेशाचार्य ने बताया कि बैठक में भगवान राम लला के पूजन पद्धति को लेकर के चर्चा हुई है। भगवान के पूजन विधाओं को लेकर संत समाज ने अपने प्रस्ताव रखे हैं। जगतगुरु ने कहा कि धार्मिक मान्यता है उसके अनुकूल भगवान राम लला जब सुबह उठेंगे तो उन्हें गज दर्शन और गौ दर्शन की चर्चा हुई। सरजू जल लाने के लिए विशेष प्रबंध भगवान राम लाल के बाल भोग राजभोग अभिषेक की परंपरा पर बैठक में चर्चा हुई है। जगदगुरु राम दिनेशाचार्य ने कहा कि भगवान राम लला रामानंदीय परमपरा के सर्वोच्च अवतार हैं।

Also Read: Neerja Bhanot: जब हाईजैक हुआ था प्लेन, भारतीय बेटी नीरजा भनोट ने बचाई थी 360 जानें, जानिए उनके बारे…

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox