Baghpat
इंडिया न्यूज, बागपत (Uttar Pradesh)। आखिरकार 38 घंटे के बाद कुएं में फंसा तेंदुआ बाहर आ गया। वाइल्ड लाइफ एसओएस मथुरा और मेरठ की टीम ने महज आधे घंटे के भीतर तेंदुए का रेस्क्यू कर लिया। अभी उसका इलाज चल रहा है। वनकर्मी उसे शिवालिक रेंज के जंगलों में छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं।
रविवार की शाम कुएं में गिरा था तेंदुआ
दरअसल, बिनोली थाना क्षेत्र के रंछाड गांव में किसान रणवीर सिंह के खेत में एक खुला कुआं है। यहां पर रविवार की शाम एक तेंदुआ अचानक गिर गया था। सोमवार की सुबह ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। लेकिन संशाधन और लखनऊ, मेरठ आलाधिकारियों से अनुमति न मिलने के कारण तेंदुए का रेस्क्यू नहीं किया जा सका। देर शाम मेरठ मंडल वन विभाग के सीएफ गंगाप्रसाद, जिलाधिकारी राजकमल यादव ने भी मौका मुआयना किया था।
वहीं, मंगलवार सुबह दिन निकलते ही यहां पर वाइल्ड लाइफ एसओएस मथुरा, मेरठ की टीम मौके पर पहुंच गई। ट्रेंकुलाइजर गन के माध्यम से दूसरे प्रयास में तेंदुए को बेहोश किया गया। बाद में कुएं में उतर टीम ने तेंदुए को बाहर निकाला। बेहोशी हालत में भी तेंदुए की गुर्राहट से भय का माहौल रहा, हालांकि तेंदुआ जाल में जकड़ा हुआ था। इसके बाद टीम तेंदुए को पिंजरे में लेकर यहां से रवाना हो गई।
महज आधे घंटे में हुआ रेस्क्यू
टीम के सभी सदस्यों ने एक दूसरे को सफल रेस्क्यू के लिए बधाई दी। सीएफ गंगाप्रसाद ने बताया कि अब इस तेंदुए को शिवालिक रेंज पर सुरक्षित छोड़ा जाएगा। बता दें कि मात्र आधा घन्टे में तेंदुए का कुएं से रेस्क्यू कर लिया गया, जबकि 37 घंटे से अधिक समय तक तेंदुआ कुएं में रहा।
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