यूपी में निकाय चुनाव की सरगर्मियां बढ़ते देख राजनीतिक पार्टियां एक बार फिर मुस्लिम वोट बैंक को अपने पाले में करने में जुट गई हैं। शुक्रवार को बसपा प्रमुख मायावती ने मदरसा सर्वे को लेकर सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सर्वे के काम को तुष्टिकरण से जोड़ा है और इस कदम को दमनकारी बताया।
मायावती ने कहा- मुस्लिमों का दमन कांग्रेस के शासन से अब तक जारी
मायावती ने कहा, ‘मुस्लिम समाज के शोषित, उपेक्षित और दंगा-पीड़ित होने आदि की शिकायत कांग्रेस के जमाने में आम रही है। फिर भी बीजेपी द्वारा तुष्टीकरण के नाम पर संकीर्ण राजनीति करके सत्ता में आ जाने के बाद अब इनके दमन व अतंकित करने (Muslim teasing) का खेल अनवरत जारी है, जो अति-दुखद व निन्दनीय है।’
मायावती ने आगे कहा कि अब यूपी में मदरसों पर भाजपा सरकार की टेढ़ी नजर है। मदरसा सर्वे के नाम पर कौम के चन्दे पर चलने वाले निजी मदरसों में भी हस्तक्षेप का प्रयास अनुचित जबकि सरकारी अनुदान से चलने वाले मदरसों व सरकारी स्कूलों की बदतर हालत को सुधारने पर सरकार को ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
5 अक्टूबर तक होगा मदरसों का सर्वे
दरअसल, योगी सरकार ने 5 अक्टूबर तक यूपी के सभी मदरसों का सर्वे कराने का निर्देश दिया है। 25 अक्टूबर तक इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जानी है। सरकार का कहना है कि वे मदरसों के विकास के लिए योजना बनाना चाहते हैं। लेकिन मुस्लिम वर्ग में इस सर्वे को लेकर कई आशंकाएं हैं। दरअसल, असम में अवैध मदरसों को लेकर कार्रवाई हो रही है। लोगों का कहना है कि अब यूपी में भी कार्रवाई होगी।
इसे भी पढ़ें- महारानी एलिजाबेथ-II का 96 साल की उम्र में हुआ निधन, वाराणसी दोरे पर किया था ये काम, तीन बार आईं थी भारत