इंडिया न्यूज, लखनऊ (BSP Meeting in Lucknow)। बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को पार्टी पदाधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक अस्थिरता, गतिरोध तथा सत्ता पलटने के लिए धन बल के हो रहे खेल से जनहित व जनकल्याण लगातार प्रभावित होना गंभीर चिंता की बात है। उन्होंने पदाधिकारियों से पार्टी को जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश दिए। मायावती ने कहा कि बसपा ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला किसी व्यक्ति अथवा पार्टी विशेष के दबाव में नहीं किया है बल्कि एसटी समुदाय के बहुजन समाज के अभिन्न अंग होने के नाते किया है।
मायावती ने कहा कि यूपीए ने अपना उम्मीदवार चुनते समय इस पर कोई मशविरा तक नहीं किया। सरकार की गलत नीतियों, अहंकारी रवैये के कारण हालात दिन ब दिन बिगड़ रहे हैं। सरकार दुखद माहौल से लोगों का ध्यान बांटने के लिए दमनकारी तरीके गिरफ्तार करो, जेल भेजो, मकान ध्वस्त करो नीति अपना रही है जो पूरी तरह गलत है। यह संवैधानिक व मानवीय दृष्टि से अनुचित है। मायावती ने कहा कि ऐसा ही सरकारी नौकरियों की भर्ती में हो रहा है। अब सेना में भी ठेके की तरह अस्थाई तौर पर अग्निवीरों की भर्ती के कारण युवा आक्रोशित हैं। पहले भूमि अधिग्रहण और उसके बाद किसान आंदोलन की तरह ही यह मामला भी है।
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