India News (इंडिया न्यूज); बुंदेलखंड (Buldelkhand) उत्तर प्रदेश का एक ऐसा क्षेत्र जो सदैव पिछड़ेपन का दंश झेलता आया है और आज भी कुछ ऐसे ही हालात नजर आ रहे है। हालांकि बुंदेलखंड का नाम आते ही यहाँ के पानी की गर्मी की बात की जाती है कहा जाता है कि..
बुंदेलखंड की सुनो कहानी बुन्देलों की बानी में।
पानीदार यहाँ का घोड़ा, आग यहाँ के पानी मे।
लेकिन आज सच मे शायद यहाँ के पानी मे आग ही लग गई है। जिसकी वजह से यहाँ के लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे है और पानी के लिए लड़-झगड़ कर सुबह से शाम तक पानी के इंतजाम में ही लगे रहते है। वही केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना हर घर नल हर घर जल की पोल भी खोलता नजर आ रहा है।
पूरा मामला है बुंदेलखंड के हमीरपुर जनपद के सायर गाँव का जहाँ के लोग सुबह से शाम तक पानी के इंतजाम में ही लगे रहते लोगों का तो ठीक यहाँ के बच्चे भी सुबह से पहले पानी का इन्तजाम करते है। अगर समय बचता है तो फिर बाद में स्कूल जाते है।
गाँव के लोग बताते हैं कि कई सालों से गाँव मे पानी के कोई खास साधन नहीं है। दो तीन पुराने कुएं है और कुछ नल है जिसमे सुबह से कई किलोमीटर से लोग बैलगाड़ी, टेम्पो, साईकिल, मोटरसाइकिल से अपनी केनो को लेकर आ जाते है और भारी भीड़ लग जाती है।
ग्रामीणों ने बताया कि पानी पहले भरने के लिए भीड़ के चलते लोगो मे आपस मे लड़ाई -झगड़ा तक हो जाता है क्योकि लोगो को डर रहता है कि उनका नंबर आते आते उन्हें पानी मिल भी पायेगा या नही। गाँव के लोगो ने बताया कि पानी की किल्लत के चलते वो अपने रिश्तेदारों को भी नही बुलाते है और उनके गाँव मे शादी विवाह में भी बड़ी दिक्कते होती है।
वही गाँव के स्कूल के बच्चो और प्रिंसिपल ने बताया कि उनके सामने भी स्कूल में पानी की गंभीर समस्या है। बच्चे घर से इंतजाम करके पानी लेकर आते है। जब तक पानी चलता है स्कूल में पढ़ाई होती है इसके बाद छुट्टी करनी पड़ती है। जिससे गाँव के बच्चो की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। जिले में पानी की समस्या को लेकर कई गांवों में गंभीर समस्या है जिसकी जल्द ही जनप्रतिनिधियों और प्रशासन हो सुध लेने की जरूरत है ।