Prayagraj
इंडिया न्यूज,प्रयागराज (Uttar Pradesh): प्रयागराज नगर निगम में जनता द्वारा चुनी गई पहली मेयर वर्तमान सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ही हैं। तब से अब तक प्रयागराज नगर निगम की सीट पर सामान्य जाति का ही मेयर रहा है। इस लिस्ट में वर्तमान एमएलसी डॉ. केपी श्रीवास्तव, चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह के बाद से वर्तमान मेयर अभिलाषा गुप्ता नंदी का नाम है। इस बार यहां आरक्षण सूची जारी हो गई है। फिलहाल अब तस्वीर साफ होने के बाद पार्टी के तमाम ओबीसी चेहरों ने अपना दावा ठोंक दिया है।
सीमा विस्तार होने के बाद जातीय समीकरण बदला
सोशल मीडिया में भी टिकट के तमाम दावेदार शामिल है। जिसमें पूर्व विधायक दीपक पटेल, प्रदेश महिला मोर्चा मंत्री कविता यादव त्रिपाठी, कारोबारी पदुम जायसवाल, विवेक जायसवाल, पूर्व उपमहापौर अनामिका चौधरी, अनीता सचान, काशी प्रांत उपाध्यक्ष अवधेश चंद्र गुप्ता एवं पूर्व विधायक करण सिंह पटेल के पुत्र डा. विक्रम पटेल, पार्षद किरन जायसवाल आदि के समर्थक खासे सक्रिय हैं। उधर नगर निगम सीमा का विस्तार होने के बाद चार लाख से ज्यादा वोटर जुड़ जाने से सामाजिक समीकरण भी बदल गया है। बदले हुए समीकरण में पटेल एवं अन्य पिछड़ी जाति के काफी वोटर विस्तार वाले क्षेत्र में है। इन्हीं सब समीकरण को ध्यान में रखते हुए पार्टी मेयर का प्रत्याशी बना सकती है।
किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर ने भी की चुनाव लड़ने की तैयारी
इस बार प्रयागराज नगर निगम में महापौर सीट ओबीसी हो जाने के बाद से कई लोगों की गणित जहां फेल होती नजर आ रही है, वहीं कुछ लोगों के चेहरों पर खुशी भी झलक रही है। उनके हाथ में अवसर आने की संभावना बढ़ गई है। वहीं दूसरी तरफ किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी महापौर चुनाव में अपना दमखम आज-माने के लिए खुद को तैयार कर रही हैं। यह भी उम्मीद कर रही हैं कि भारतीय जनता पार्टी उनको टिकट दे देगी ।
किन्नर अखाड़ा की महामंडलेश्वर कौशल्या नंद गिरी ने कहा कि किन्नर का कोई अपना परिवार नहीं होता है। समाज ही उनके लिए उनका परिवार होता है। वह समाज के लिए ही जीते हैं, अगर भारतीय जनता पार्टी उनको टिकट देगी तो किन्नर समाज में खुशी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि किन्नरों का जब समाज ही परिवार होता है, तो वह किसी भाई भतीजे के लिए काम ना करके सिर्फ समाज के लिए ही काम करेंगी।
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