India News UP (इंडिया न्यूज़),CM Yogi: लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही यूपी में बीजेपी की बेचैनी बढ़ी है। पार्टी नेताओं का कहना है कि उनकी सुनी नहीं जाती। अफसर किसी की नहीं सुनते। यही सबसे पहला एजेंडा हर बैठक में यही होता है। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ भाजपा नेताओं की शिकायत पर ताबड़तोड़ आदेश जारी किए थे। फोन न उठाने पर अफसरों पर सख्त कर्यावाही की जाएगी। बता दें कि पार्टी के सांसदों और विधायकों ने कहा था कि अधिकारी फोन तक नहीं उठाते हैं।
उत्तर प्रदेश के सीएम ने सोमवार को आजमगढ़ और वाराणसी के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने सावन के पहले सोमवार को काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की। इससे पूर्व वो जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक करते दिखें। फिर सीएम योगी सबके साथ बैठे। इलाके के सभी विधायक, मंत्री और एमएलसी को बस्ती में बुलाया गया। कमिश्नर, आईजी से लेकर इलाके के सभी शिक्षक और एसपी भी मीटिंग में मौजूद थे। इसी मीटिंग में बीजेपी के एक नेता ने सीएम योगी के सामने अफसरशाही की पोल खोलते दिखे।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी विधायकों से सलाह मांगी। किसी ने सुझाव दिया तो विधान परिषद सदस्य रामसूरत राजभर सबसे पहले बोले। राजभर ने कहा कि अधिकारी अपना सरकारी मोबाइल नंबर भी नहीं रखते। सीएम योगी ने पूछा कि यहां कौन-कौन बैठा है, कौन उनके साथ ऐसा करता है। राजभर ने कहा कि उन्हें तो छोड़िए, अब तो छोटे-मोटे सरकारी बाबू भी ऐसा करने लगे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी दफ्तरों में बहुत तेजी से बढ़ोतरी हुई है। मोबाइल फोन से भी कुछ ऐसी ही बात सामने आई।
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