India News (इंडिया न्यूज़) Corona JN.1 variant : कोरोना संक्रमण एक बार फिर से डराने लगा है। कोविड-19 की 7 महीने बाद उत्तर प्रदेश में एंट्री हुई है। 4 दिन में 7 केस मिले हैं। इससे पहले अप्रैल-मई में मरीज मिला था। डेढ़ महीने पहले मिले मरीज में कोरोना संक्रमण के लक्षण नहीं थे। कोरोना का नया वैरिएंट तेजी से अपना पैर पसार रहा है। जिसको लेकर केंद्र ने एडवाईजरी भी जारी किया था। देश में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बीच सभी राज्य सरकारें अलर्ट पर हैं। केंद्र सरकार भी हालात पर नजर बनाए हुए है।
ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या दूसरे देशों और राज्यों से आने वाले लोगों पर फिर से यात्रा प्रतिबंध लगाए जाएंगे या एयरपोर्ट पर यात्रियों के लिए नए प्रोटोकॉल लागू किए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को इस संबंध में अहम जानकारी दी। बताया गया कि फिलहाल एयरपोर्ट पर ऐसा कुछ करने की कोई योजना नहीं है। हवाई अड्डों पर कोविड 19 परीक्षण के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण अनिवार्य करने की भी कोई योजना नहीं है।
आधिकारिक सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, ”फिलहाल हवाईअड्डों पर कोविड के लिए आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य करने की कोई योजना नहीं है।” केंद्र सरकार ने जुलाई महीने में भारत में प्रवेश करने वाले 2 फीसदी यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट कराया है। आधारित परीक्षण की आवश्यकता को हटाते हुए संशोधित दिशानिर्देश जारी किए गए। आपको बता दें कि भारत में COVID-19 JN। 1 सब-वेरिएंट के कुल 21 मामले सामने आ चुके हैं। हालाँकि, अस्पताल में भर्ती होने की दर में कोई वृद्धि नहीं हुई है। अधिकांश मामलों का इलाज घर पर ही किया गया।
पिछले कुछ दिनों से केरल में लगातार कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। फिलहाल स्वास्थ्य मंत्रालय केरल पर कड़ी नजर बनाए हुए है। वहां कुल सक्रिय मरीजों की संख्या अब 2,341 हो गई है। केरल में बुधवार को 300 नए कोरोना मामले दर्ज किए गए। इस दौरान तीन लोगों की मौत भी हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को न घबराने की सलाह दी है। केरल में पिछले 4 सालों में कोरोना के कुल मामलों की संख्या अब 68,37,414 हो गई है। राज्य में अब तक 72,059 लोगों की जान जा चुकी है।
ये भी पढ़ें-