यूपी के देवरिया(Deoria) जिले में एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है कि एक गम्भीर महिला मरीज को बेड पर लिटा कर ऑक्सीजन दिया जा रहा है और जिस मीडिफायर बोटल में मेडिसिन डालकर ऑक्सीजन दिया जा रहा है उसमें केवल कचरा ही कचरा दिखाई दे रहा है। जब इंडिया न्यूज की टीम ने वायरल वीडियो की पड़ताल की तो पता चला कि महर्षि देवराहा बाबा मेडिकल कॉलेज देवरिया के इमरजेंसी वार्ड का मिला।
आपको बता दें कि शमशाद आलम नामक एक युवक जो सिंधी मिल कॉलोनी देवरिया का रहने वाला है उसकी मां की तबीयत 2 दिन पहले खराब हो गई जो अपने मां को लेकर देवरिया के मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी वार्ड मैं पहुंचा जहां डॉक्टरों ने उसको तत्काल ऑक्सीजन देने की बात कही और बेड पर लिटा कर ऑक्सीजन देने लगे लेकिन सबसे बड़ी लापरवाही देखने को मिली कि जिस मीडिफायर बोतल में मेडिसिन डालकर आक्सीजन दिया जा रहा है उसमें कचरा ही कचरा दिखाई दे रहा है इस बाटल से ऑक्सीजन को नम करने के लिए प्रयोग किया जाता है।
यूं कहा जा सकता है कि मरीजों की जान के साथ इमरजेंसी वार्ड में खिलवाड़ किया जा रहा है जिससे मरीजों की जान बचाने की बजाय मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। वहीं शमशाद का कहना है कि हमने इसकी शिकायत कई बार डॉक्टरों से की लेकिन मेरा कोई सुन नहीं रहा था जिसकी वजह से मैंने य़ह वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जिसके बाद या बोतल बदला गया वहीं इस समय मरीज मेडिकल कॉलेज के महिला वार्ड में भर्ती है
वहीं पूरे मामले पर CMS का कहना है कि इस तरह का मामला संज्ञान में आया है कमेटी बनाकर जांच की जा रही है
सवाल इस बात का है कि आए दिन मेडिकल कॉलेज में मरीजों के जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है लेकिन डॉक्टर लापरवाह बने हुए हैं ऐसे लापरवाह पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।