इंडिया न्यूज, Moradabad IAS Latest news : यूपी के मुरादाबाद में आईएएस के कर्मचारियों को परेशान करने की दूसरी खबर सामने आई है। आईएएस के उत्पीड़न से परेशान होकर मुरादाबाद विकास प्राधिकरण के 16 इंजीनियरों ने सामूहिक इस्तीफे की मांग की है। शासन को भेजे गए ज्ञापन में आईएएस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है। साथ ही कहा उत्पीड़न की वजह से उनका मानसिक संतुलन खराब है। अगर उनके साथ कुछ गलत हुआ तो वीसी जिम्मेदार होंगे।
यह पूरा मामला मुरादाबाद विकास प्राधिकरण से जुड़ा है। यहां युवा आईएएस मधुसूदन हुल्गी यहां के वीसी हैं। यहां तैनात कर्मचारियों और अभियंताओं ने मानसिक उत्पीड़न के संगीन आरोप लगाए हैं। इससे पहले भी अपने फैसलों को लेकर पूर्व में भी मधुसूदन हुल्गी विवादों में रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश विकास प्राधिकरण डिप्लोमा इंजीनियर संघ ने कमिश्नर आन्जनेय कुमार सिंह को इस संबंध में ज्ञापन भी सौंपा है।
वीसी के उत्पीड़न की वजह से ही एक सहायक अभियंता को रिटायरमेंट से महज छह महीने पहले वीआरएस लेना पड़ा। दो अभियंता शासन से गुहार लगाकर दूसरे प्राधिकरणों में चले गए।
अभियंताओं ने कहा कि वीसी की प्रताड़नाओं की वजह से वह सभी डरे हुए हैं और खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। आरोप लगाया कि वीसी लगातार उनके साथ अनुचित व्यवहार और उत्पीड़न कर रहे हैं, जिसकी वजह से वे अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। इंजीनियरों ने चेतावनी दी है कि बिगड़े हुए मानसिक संतुलन की वजह से यदि उनके साथ कोई अनहोनी या दुर्घटना होती है, तो उसके जिम्मेदार आईएसस मधुसूदन हुल्गी ही होंगे।
यह भी पढ़ेंः सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में बड़ा खुलासा, पुलिस रिमांड पर गैंगस्टर लॉरेंस ने खोले कई राज
आईएएफ मधुसूदन हुल्गी अपनी तैनाती के बाद से ही चचार्ओं में हैं। नया मुरादाबाद में एक मंदिर को अवैध निर्माण बताते हुए वीसी ने उसे सील कर दिया था। एक कंप्यूटर आॅपरेटर ने वीसी पर उत्पीड़न के आरोप लगाते हुए जहर खा लिया था। अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर एक जेई का ट्रांसफर शासन में कर देने की वजह से उन्हें शासन की फटकार पड़ी, तो आए दिन कर्मचारियों पर कार्रवाई की वजह से परेशान होने लगे।
यह भी पढ़ेंः कल लखनऊ आएंगे पीएम मोदी, स्वागत में सजने लगा है शहर
Connect With Us : Twitter | Facebook