Lucknow
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh): उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा बोर्ड ने योगी सरकार द्वारा जारी वार्षिक अवकाश कैलेंडर पर नाराजगी जताई है। मदरसा बोर्ड के अगले साल के वार्षिक कैलेंडर और शीतकालीन सत्र के छुट्टियों में कटौती की गई है। ये छुट्टियां ईद और मुहर्रम के मौके पर दी जाती थीं। वार्षिक छुट्टियों को 43 से घटाकर 36 और सर्दियों की छुट्टियों को 10 से घटाकर 5 कर दी गई है। मदरसा बोर्ड के वार्षिक कैलेंडर में 7 अवकाश कम कर दिए गए हैं।
कमर अली ने बोर्ड के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद जावेद पर अन्य सदस्यों से परामर्श किए बिना कैलेंडर जारी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले पर चर्चा करने के लिए मौलाना और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष राबे हसनी नदवी से भी मुलाकात की है। वार्षिक अवकाश में 7 दिन और शीतकालीन अवकाश में 1 दिन की कटौती किये जाने को लेकर अब मदरसा बोर्ड में विवाद हो गया है।
मदरसों में शुक्रवार को ही छुट्टी दिए जाने पर भी विवाद
वहीं, इसके पहले यूपी के मदरसों में शुक्रवार को ही साप्ताहिक छुट्टी किए जाने संबंधी कैलेंडर जारी किये जाने के बाद राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड में विवाद पैदा हो गया। रविवार को छुट्टी का प्रस्ताव रखने वाले बोर्ड के सदस्य कमर अली ने बिना आपसी सहमति के कैलेंडर जारी किए जाने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिकायत करने की बात कही है।
अली ने कहा कि 20 दिसंबर को बोर्ड द्वारा बुलाई गई एक बैठक में उन्होंने मदरसों की छुट्टी शुक्रवार की जगह रविवार को करने का प्रस्ताव रखा था। बोर्ड अध्यक्ष जावेद ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि इस प्रस्ताव पर जनवरी में होने वाली बोर्ड की पूर्ण बैठक में फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसी बीच जावेद ने 24 दिसंबर को बगैर बताए वर्ष 2023 के लिए मदरसों की छुट्टी का कैलेंडर जारी कर दिया।
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