India News UP (इंडिया न्यूज UP), Etawah: बेहद ही हैरान करने वाली खबर सामने आई है इटावा के जिले से। यहाँ एक अज्ञात लाश को मुर्दाघर से निकलवाकर जला दिया। क्या यह किसी साज़िश का हिस्सा था या काला जादू आइये जानते है।
एक युवती ने अपने प्रेमी और उसके तीन साथियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मुर्दाघर से एक अज्ञात व्यक्ति का शव खरीदा और फिर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। ऐसा उसने अपने माता-पिता को अपने “काल्पनिक” मंगेतर की हत्या में फंसाने के लिए किया। पुलिस ने सोमवार शाम को जिला अस्पताल के शवगृह के पास से युवती के प्रेमी हेतराम को गिरफ्तार कर लिया।
इटावा पुलिस ने मुस्कान कोष्ठा, उसके प्रेमी हेतराम मित्तल, मोहम्मद फुरकान, मोहम्मद तस्लीम और मोहम्मद फारूक सभी निवासी इटावा के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि मुस्कान और हेतराम का मकसद अपने माता-पिता को अपने काल्पनिक मंगेतर की हत्या में फंसाना था, क्योंकि वे उनके रिश्ते का विरोध कर रहे थे। पुलिस को अपराध का पता चलने से पहले ही आरोपियों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार 2 जनवरी को इटावा के फ्रेंड्स कॉलोनी थाना क्षेत्र में रेलवे ट्रैक के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था, जिसकी मौत ट्रेन की चपेट में आने से हुई थी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर 72 घंटे के लिए शवगृह में पहचान के लिए रखवा दिया था। मृतक की फोटो सोशल मीडिया पर प्रसारित कर उसकी पहचान कराने का प्रयास किया गया।
4 जनवरी को आवास विकास कॉलोनी निवासी दीनदयाल व अभि कुमार तथा एक अन्य व्यक्ति ने दस्तावेजों के साथ प्रार्थना पत्र देकर शव की पहचान दीनदयाल के बेटे अतुल कुमार उम्र 26 वर्ष के रूप में की। इसके बाद शव को अपने साथ ले जाकर उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया। हालांकि इस मामले में नया मोड़ 7 जनवरी को तब आया, जब तेज का पुरवा गांव निवासी धर्मवीर राजपूत फ्रेंड्स कॉलोनी थाने पहुंचे और शव की पहचान अपने भाई सत्यवीर पुत्र रूपराम के रूप में की।