Fraud
इंडिया न्यूज, अलीगढ़ (Uttar Pradesh)। आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ओडिशा ने उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ से चल रहे एक बड़े नौकरी धोखाधड़ी घोटाले का खुलासा किया। इस संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान जफर अहमद के रूप में हुई है। वह सिविल लाइंस, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। आरोपी पेशे से इंजीनियर है। अभियुक्त इस घोटाला करने वाले गैंग के मुख्य मास्टरमाइंड में से एक है। उसे स्थानीय अदालत, अलीगढ़ के भुवनेश्वर अदालत में पेश किया गया है। इस घोटाले में गुजरात, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा सहित कम से कम पांच राज्यों में नौकरी चाहने वालों को निशाना बनाया गया था, जहां 50,000 से अधिक लोगों को करोड़ों रुपये का चूना लगाया गया था।
इंजीनियरों का था समूह
यह घोटाला कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के इंजीनियरों के एक समूह द्वारा कुछ विशेषज्ञ वेबसाइट डेवलपर्स की मदद से चलाया जा रहा था। ग्रुप के द्वारा लगभग 50 कॉल सेंटर कर्मचारियों की मदद ली गई थी। इन कर्मचारियों को प्रति माह 15,000 रुपये का भुगतान किया गया था और वे उत्तर प्रदेश के जमालपुर और अलीगढ़ इलाके के थे। इस घोटाले के लिए 1000 से अधिक फर्जी सिम और 530 हैंडसेट/मोबाइल का इस्तेमाल किया गया था।
वेबसाइट बनाकर की ठगी
टीम के द्वारा फ्रॉड के लिए नकली सिम कार्ड का उपयोग करके केवल व्हाट्सएप वॉयस कॉल का उपयोग किया जाता था। घोटाले उन्होंने “काम वाला फोन” के रूप में नामित किया था। इस घोटाले में उन्होंने लगभग 100 बैंक खातों का उपयोग किया गया था।घोटालेबाजों ने सरकारी वेबसाइट की तरह एक वेबसाइट विकसित की थी। इसमें मुख्य रूप से स्वास्थ्य या कौशल विभाग की नौकरियों को लक्षित करने वाले सरकारी नौकरी के विज्ञापन प्रदर्शित किए जाते थे। ऐसा नौकरी चाहने वालों को आकर्षित करने और धोखा देने के लिए किया जाता था। वे उम्मीदवारों से 3000 रुपये से 50,000 रुपये तक का शुल्क लेते थे।