Ghazipur
इंडिया न्यूज, गाजीपुर (Uttar Pradesh)। गाजीपुर पुलिस ने दो दिन पहले हुए रामजी यादव हत्याकांड का मंगलवार को खुलासा कर दिया है। रामजी यादव की हत्या उसके जिगरी दोस्त ने की थी। दरअसल, रामजी यादव की बेटी से उसका प्रेम संबंध था। लेकिन जैसे ही उसके इस रिश्ते का पता लगा आरोपी ने उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी ने इस वारदात को छिपाने के लिए हादसा करार देने की भी कोशिश की। फिलहाल पुलिस ने उसे पकड़ लिया है।
सड़क किनारे मिला था शव
यह पूरा मामला बड़ेसर थाना इलाके के सुतिहार गांव की है। 26/27 नवंबर की रात गांव के रहने वाले रामजी यादव की हत्या कर दी गई थी। उनका शव सुतिहारी गांव के पास सड़क के किनारे पड़ा मिला था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू की।
बेटी का पीछा करते हुए मौके पर पहुंचा था पिता
एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि डायल 112 को सूचना मिली कि बड़ेसर थाना इलाके के सुतिहार गांव में एक दुर्घटना हो गई है। जब घटना की गहनता से जांच की गई तो घटनास्थल के कुछ ही दूर प्राथमिक विद्यालय के पास एक अखाड़ा है, जहां पर कुछ खून के धब्बे दिखाई दिए। जिसकी वजह से पुलिस को संदेह हुआ जिस पर पुलिस की टेक्निकल टीम और सर्विलांस की टीम भी मामले की जांच में जुट गई। जिसके बाद मृतक रामजी यादव से संबंधित लोगो की सर्विलांस के माध्यम से जांच की गई तो घटना में शामिल उसी गांव के भैयालाल को चिन्हित किया गया।
वहीं पूछताछ में जानकारी मिली कि भैयालाल का मृतक के घर आना जाना था और उसका संबंध मृतक की लड़की से था। भैयालाल मृतक का जिगरी दोस्त भी था और 26/27 नवंबर की रात भैयालाल ने मृतक की लड़की को मिलने के लिए बुलाया था। आरोपी से मिलने के लिए लड़की घर से निकली तो पीछे से लड़की का पिता व भैयालाल का मृतक दोस्त भी पीछे से निकला। जब लड़की भैयालाल से मिलने पहुंची तो पीछे से मृतक भी पहुंच गया। पिता को देख लड़की वहां से भाग गई और भैयालाल और मृतक के बीच रस्सा कस्सी होने लगी। इसी बीच भैयालाल ने वहां रखे रम्मा से मृतक के सर पर कई वार कर दिया। जिसकी वजह से वह अचेत हो गया। जिसके बाद आरोपी भैयालाल ने घटना को दुर्घटना के रूप में बदलने के लिए पास के सड़क पर लेट दिया।
भैयालाल समेत उनके अन्य सहयोगियों ने सुबह पुलिस को भ्रमित करते हुए दुर्घटना का रूप दिया जा रहा था। लेकिन बड़ेसर थाने की पुलिस, एसओजी और सर्विलांस टीम के सहयोग से घटना का सफल अनावर किया जा सका है। फिलहाल आरोपी को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है और इसके और इसके साथियो के आपराधिक इतिहास को खंगाला जा रहा है।
मृतक रामजी यादव की पत्नी मीना यादव में बड़ेसर थाना में दुर्घटना के बाबत अपने पति की दुर्घटना में मौत की अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी थी। लेकिन पुलिस ने रामजी की मौत को संदेह के आधार पर जांच कर रही थी। जांच में रामजी की मौत दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या का मामले सामने आया था। जांच के बाद मामले का खुलासा पुलिस ने किया है।
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