इंडिया न्यूज,Hardoi : Girl set an example : एक बेहद मार्मिक और निष्ठावान संबंध सामने आया। संबंध इतना सच्चा और पवित्र की मिसाल बन जाए। एक युवक और युवती की शादी तय हो गई। मंगनी हुई और शादी की डेट कुछ लंबी खिच गई। इस बीच दुर्घटना में मंगेतर को अपनी टांग गंवाई पड़ी।
अब पूरा परिवार और अन्य लड़की पर रिश्ता तोड़ने का दबाव बनाने लगे पर लड़की ने किसी की न सुनी और मंगेतर की अस्पताल में सेवा की और उसके ठीक होने पर शादी की। अब हर कोई इस संबंध की चर्चा कर रहा है। लड़की समाज में मिशाल बन गई। इस कहानी का हीरो पिहानी के हन्न पसिगवां निवासी टेंट कारोबारी आदित्य और हेराईन लखीमपुर के जमुका की सरोजनी है।
आदित्य की शादी लखीमपुर जिले के पसगवां थाना क्षेत्र के जमुका निवासी रामशंकर की पुत्री सरोजनी के साथ तय हुई और 12 जून 2021 को तिलक भी हो गया था, लेकिन शादी आगे बढ़ती गई। 12 मई, 2022 को शादी होनी थी, लेकिन उसके पहले एक अप्रैल को जहानीखेड़ा जाते समय आदित्य हादसे का शिकार हो गया।
हालात यह रहे कि डाक्टरों ने कहा कि उसका एक पैर काटना पड़ेगा। लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती आदित्य को देखने सरोजनी पहुंची तब आदित्य ने उससे कहा कि अब वह उसका सहारा नहीं बन पाएगा, इसलिए वह शादी तोड़ दे।
सरोजनी के घरवालों की भी यही राय थी कि रिश्ता तोड़ दिया जाए। पर सरोजनी का संकल्प ही अनूठा और पे्ररणादायक था। उसने कहा कि वह शादी करेगी तो आदित्य से ही करेगी। चार अप्रैल को आदित्य का पैर काट दिया गया, लेकिन सरोजनी अपने निर्णय से टस से मस नहीं हुई। अस्पताल में रुककर उसकी सेवा करती रही। आदित्य जब ठीक हो गया तो 27 अप्रैल को उसकी छुट्टी हुई। आदित्य घर चला आया और सरोजनी अपने गांव चली गई।
12 मई को आदित्य बरात लेकर सरोजनी के घर पहुंचा और सरोजनी ने दिव्यांगता का वरण करते हुए आदित्य के साथ सात फेरे लिए। 13 मई को सरोजनी विदा होकर ससुराल आई। उसकी सास पुष्पा बताती हैं कि बहू सरोजनी बेटे का सहारा है और कभी भी उसे अहसास नहीं होने देती है कि उसका एक पैर नहीं है।
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