India News (इंडिया न्यूज़), Gonda News: प्रशासन भले ही स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को बेहतर होने का दावा कर रहा हो, लेकिन यहां सिस्टम की लापरवाही के चलते महिला अस्पताल अपने कारनामों को लेकर वर्षों से सुर्खियों में है। कई मामलों में डिप्टी सीएम भी प्रकरण को संज्ञान में ले चुके हैं। फिर भी व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। महिला अस्पताल से जो वीडियो सामने आया है। वह आपको झकझोर कर रख देगा।
देश के आजादी की शाम पूरा देश जश्न के माहौल में डूबा था। वहीं महिला अस्पताल के स्वास्थ्य कर्मियों की लापरवाही कैमरे में कैद होने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में प्रसव के लिए आई, पीड़िता को जब स्टेचर नहीं मिला, तो परिजन उसे हाथों में लादकर इमरजेंसी तक ले जाते दिख रहे हैं। इस दौरान महिला ने अस्पताल गेट के सामने बच्चे को जन्म दिया। आशा बहू और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। जिससे बच्चे की तो जान चली गई। लेकिन जच्चा पूरी तरह सुरक्षित है।
गोण्डा जिला महिला चिकित्सालय कई मामलों को लेकर बीते एक वर्षों से बराबर चर्चा में बना हुआ है। कई प्रसूता महिलाओं की अब तक जान चली गई है। परिजन अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हल्ला दंगा कर रो-रो कर चले गए। मामला सुर्खियों में आने के बाद जिम्मेदारों ने जांच की बात कही, लेकिन आज तक जांच की जरूरत किसी को नहीं लगी। जब पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा था। उसी शाम शहर के पटेल नगर ईदगाह निवासी एक महिला प्रसव के लिए दर्द से तड़पती हुई अस्पताल पहुंची। आरोप है कि अस्पताल के गेट पर दो एंबुलेंस ने पहले से ही जाम लगा रखा था। परिजन दौड़ते हुए अस्पताल कर्मियों को सूचना दी।
सूचना देने के बाद जब कुछ देर तक कोई भी स्वास्थ्य कर्मी आगे नहीं आया। परिजन स्टेचर की मांग करने लगे। वह भी नहीं मिला। महिला दर्द से कराहती रही। तब परिजन कई लोग मिलकर उसे किसी तरह हाथों पर उठाकर अस्पताल के गेट तक ले जाते वीडियो में दिख रहे हैं। महिला ने अस्पताल के गेट पर ही बच्चे को जन्म दिया। इस दौरान वीडियो में कुछ स्वास्थ्य कर्मी खड़े हुए दिख रहे हैं। जबकि अस्पताल पहुंचने पर मरीज को प्रसव कक्ष तक ले जाने के लिए अटेंडेंट की व्यवस्था। लेकिन मंगलवार को महिला अस्पताल के अव्यवस्था का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें परिजन प्रसूता को हाथों के सहारे उठा कर ले जाते दिख रहे हैं।
इस पूरे मामले पर महिला अस्पताल के सीएमएस का कहना है कि प्रसव के लिए आई महिला ने मृत बच्चे को जन्म दिया था। किसी तरह की कोई लापरवाही नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि डॉ अमित की ड्यूटी थी। उन्होंने हमें बताया है। हम वहां मौजूद नहीं थे। इस संबंध में जब डॉक्टर अमित से बात की गई। तो उन्होंने कहा कि बच्चे की करीब 3 दिन पहले गर्भ में ही मौत हो चुकी थी। जब परिजन महिला को परिजन अस्पताल लेकर आए हैं। जैसे ही सूचना मिली गेट नंबर एक पर स्ट्रेचर भेजा गया।
तब तक परिजन महिला को लेकर दूसरे गेट पर पहुंच गए, और हाथों से उठाकर लाये अस्पताल के गेट पर पहुंचते ही प्रसव हो गया। मैं ड्यूटी पर था। तत्काल महिला को ले जाकर उसका इलाज किया गया। वह पूरी तरह से स्वस्थ है। उन्होंने कहा कि हाथ से उठाकर मरीज को ले जाते वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें कोई लापरवाही नहीं बरती गई है।
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