पिछले साल Gorakhnath मंदिर में हुए आतंकी हमले के मास्टरमाइंड अहमद मुर्तजा अब्बासी को लखनऊ की एनआईए कोर्ट ने दोषी करार देते हुए फांसी की सजा सुनाई है। इसके ऊपर आरोप था कि इसने मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसी सिपाहियों पर बांके से हमला किया था। इस मामले में ये ओरोपी कोर्ट में बंद था। कोर्ट आज इसे फांसी की सजा सुनाई है।
जानकारी के लिए बता दें कि कोर्ट ने इस मामले पर हमद मुर्तजा अब्बासी को दोषी पाया था। कोर्ट के अनुसार वो 6 मामलों में दोषी था। एनआईए कोर्ट के विशेष जज विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने सोमवार को उसे फांसी की सजा सुनाई है। इस घटना को कोर्ट ने देश के खिलाफ जंग छेड़ने का मामला माना गया है।
Death Penalty in Section 121 and life imprisonment in 307 IPC announced to Ahmed Murtaza Abbasi by NIA Court, in the Gorakhnath Temple attack incident in record 60 days of continuous hearing.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 30, 2023
जानकारी हो कि गोरखपुर जनपद के गोरखनाथ मंदिर के थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी। इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गई थी। दरअसल 2 अप्रैल 2022 को एक अंजान शख्स बांका लेकर पहुंच गया और उसने मंदिर की सुरक्षा में तैनात पीएसपी के जवानों पर हमला कर दिया। हालांकि मौजूद जवानों ने उसे मौके से गिरफ्तार कल लिया लेकिन इस हमले में सुरक्षा में तैनात दो जवान घायल हो गए थे।
जब इस पूरे मामले की जांच की गई तो हमलावर की पहचान जिहादी अहमद मुर्तजा अब्बासी के रूप में हुई जो आतंकी गतिविधियों में शामिल था। तबी से ही एटीएस की नजर उसपर थी। कई बार एटीएस ने दबिश दी लेकिन उसे पकड़ने में असमर्थ रही। बताया जा रहा है कि हमले दिन वो नेपाल से वापस आया था जहां से आने के बाद उसने गोरखनाथ मंदिर में घटना को अंजाम दिया।
उल्लेकनीय है कि हमला करने से पहले हमद मुर्तजा अब्बासी ने अल्लाह हू अकबर बोला जिसके बाद वो पीएसी के जवानो पर हमला करने को दौड़ा। उसकी आवाज सुनकर वहां पर उपस्थित सभी लोगों में अफरा तफरी मच गई। लोगों ने उसपर बांस से प्रहार किया जिसके बाद उसे दबोच लिया गया। आरोपी को एनआईए की कोर्ट नें फांसी की सजा सुनाई है।
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