Prayagraj
इंडिया न्यूज,प्रयागराज (Uttar Pradesh): उत्तर प्रदेश प्रयागराज में राष्ट्रीय जन अधिकार शक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आशीष दीक्षित की हत्या अंधविश्वास में की गई थी। पुलिस ने आशीष के चेले नीतीश सैनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी ने कबूल किया कि उसने अपने गुरु आशीष के कहने पर ही उनकी बलि चढ़ाई थी। ताकि उन्हें दैवीय शक्ति मिल सके। आशीष ने नीतीश से कहा था कि तुम मेरी गर्दन काट दो मैं तुम्हारा जीवन बदल दूंगा। नीतीश के पास से पुलिस ने चापड़ बरामद कर लिया है। शिष्य के हाथों अपनी बलि चढ़वाने के लिए गुरु आशीष ने उसे बर्बरीक की गर्दन काटने का वीडियों भी दिखाया था।
परिजनों ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
यमुनानगर डीसीपी सौरभ दीक्षित ने कहा कि नैनी निवासी आशीष दीक्षित ने एक दर्जन अधिक लोगों से लगभग 25 लाख रुपये कर्ज लिया था। जब लोगों ने तकादा शुरू किया तो वह जिले से गायब हो गया था। उसके परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट नैनी कोतवाली में दर्ज कराई थी। आशीष प्रयागराज से हरिद्वार पहुंचा और वहीं साधु बनकर रहने लगा। हरिद्वार निवासी नीतीश सैनी से आशीष की 6 महीने पहले दोस्ती हुई थी। पुलिस की मानें तो आशीष ने नीतीश को अपना शिष्य बना लिया। उसने नीतीश के घर पूजापाठ भी किया था। आशीष के चक्कर में नीतीश ने अपनी प्राइवेट नौकरी भी छोड़ दी थी।
मोबाइल बेचकर खरीदा था चापड़
कुछ दिनों पहले आशीष अपने चेले नीतीश को लेकर वाराणसी गया था। दोनों वहीं पर एक होटल में रुके हुए थे। प्रतिदिन सुबह गंगा स्नान के बाद पूजा पाठ करते थे। इस बीच पैसा खत्म होने पर आशीष ने चार हजार में अपना मोबाइल भी बेच दिया। वहीं से एक चापड़ खरीदा। आशीष ने नीतीश को समझाया था, कि अगर वह उसकी बलि चढ़ाता है। तो वह दैवी शक्ति प्राप्त कर जिंदा हो जाएगा। यह भी कहा था कि पूर्व में वह दैवीय शक्ति पाने के लिए अपने गुरु की बलि चढ़ा चुका है। वाराणसी से दोनों प्रयागराज आ गए। यहीं पर लीडर रोड पर एक कमरा लिया था। 8 दिसंबर को दोनों दर्शन करने विंध्याचल चले गए। वहां से 9 दिसंबर को पैदल ही करछना पहुंचे।
दिखाया था बर्बरीक की गर्दन काटने का वीडियो
पुलिस की मानें तो आशीष ने नीतीश को महाभारत के बर्बरीक की गर्दन काटने का वीडियो दिखाकर समझाया था। कि उसे दिव्य शक्ति मिली थी। इसी तरह उसकी भी बलि चढ़ानी है। रात में उसने दवाई खा ली। नीतीश को समझाया कि उसके ध्यान में लीन होने के बाद ही बलि चढ़ाएगा। कुछ देर इंतजार के बाद नीतीश ने आशीष की गर्दन काट दी और पूजापाठ के बाद वह हरिद्वार चला गया। पुलिस को नीतीश ने यह भी बताया कि उसके गुरु ने कहा था, कि वह कामाख्या में जिंदा होकर उससे मिलेगा। सर्विलांस की मदद से पुलिस ने हरिद्वार में छापेमारी करके नीतीश को गिरफ्तार कर लिया।