India News (इंडिया न्यूज़),Gyanvapi ASI Survey: ज्ञानवापी मामले में वैज्ञानिक सर्वेक्षण अब से कुछ ही देर में शुरू होने वाला है। वहीं सावन के पांचवे सोमवार और काशी विश्वनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए वैज्ञानिक सर्वेक्षण की टीम ने ये फैसला लिया है। वहीं बता दें कि सर्वे सुबह दस बजे से शुरू होकर शाम के पांच बजे तक चलेगा। इसके साथ ही बीच में नमाज और लंच ब्रेक के लिए भी सर्वे रोका जाएगा। बता दें, सोमवार को श्रद्धालु बड़ी संख्या को देखते हुए सतर्कता बरती जा रही है।
बता दें, ज्ञानवापी परिसर में एएसआई सर्वे जारी है। इन सबके बीच अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव सैयद मोहम्मद यासीन ने बताया कि सर्वेक्षण को लेकर जिस तरह की बेबुनियाद बातें फैलाई जा रही हैं वो ठीक नहीं हैं, ये केवल प्रचार प्रसार के लिये ऐसा किया जा रहा है। हिंदू पक्ष हो या मुस्लिमपक्ष एएसआई की टीम कुछ भी नहीं बता रही। किसी को पता चल कैसे चलेगा, कि क्या क्या कब कब मिला ?
सैयद मोहम्मद यासीन ने कहा कि मुस्लिम पक्ष एएसआई सर्वे से संतुष्ट है, हम पूरी तरह एएसआई सर्वे से मूतमाईन हैं ।एएसआई के लोग बहुत सही तरीक़े से काम कर रही है । हम एएसआई के सर्वे और साफ़ सुथरा सर्वे से इतना ख़ुश हैं कि अपने पक्ष के वकीलों तक को ज्ञानवापी नहीं भेजते।
वहीं, हिंदू पक्ष के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी द्वार परिसर के पांचवें दिन के सर्वे से पहले बयान दिया है। अधिवक्ता बताते हैं कि आज गुंबद के पास सर्वे किया जाएगा। एएसआई की टीम ने कल भी वहां जांच करी थी। वकील सुधीर त्रिपाठी का कहना है, “सर्वेक्षण का काम प्रगति पर है। अंजुमन इंतजामिया कमेटी भी सर्वे में सहयोग कर रही है। सर्वे शुरू होने में थोड़ी देरी हो सकती है क्योंकि आज सावन महीने का पांचवां सोमवार है। साथ ही हिंदू पक्ष की याचिकाकर्ता मंजू व्यास ने कहा कि, ‘सर्वे से हम संतुष्ट हैं। टीम लगातार अच्छे से अपना काम कर रही है। नींव हमारे मंदिर की है। वहीं, मुस्लिम पक्ष के लोग जिद पर अड़े हैं।
ज्ञानवापी मस्जिद परिसर सर्वेक्षण मामले में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन कहते हैं, “सर्वेक्षण आज सुबह 11 बजे शुरू होगा और दोपहर 12:30 बजे तक चलेगा। फिर 2:30 बजे से किया जाएगा।” -शाम 5 बजे…यह एक वैज्ञानिक सर्वेक्षण है और यह एक अधिवक्ता आयोग के सर्वेक्षण से अलग है। यह सोचना गलत है कि हर दिन कुछ नया मिलेगा क्योंकि संरचना और वास्तुकला का विस्तृत वैज्ञानिक अध्ययन हो रहा है। जब ए.एस.आई. रिपोर्ट आएगी, फिर पता चलेगा…एएसआई की रिपोर्ट में सब कुछ आ जाएगा। पूरे परिसर पर सर्वे हो रहा है। एएसआई ने अपनी 42 सदस्यीय टीम को बांट दिया है…”
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