India News (इंडिया न्यूज), Harishankar Tiwari: प्रदेश सरकार में पूर्व में मंत्री रहे हरिशंकर तिवारी का मंगलवार शाम निधन हो गया। पिछले कई दिनों से वो बिमार चल रहे थे। कल उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्होंने 86 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। तिवारी को कद्दावर नेताओं में से एक माना जाता है। उनके निधन की खबर सुनने के बाद उनके आवास पर जानने वालों और समर्थकों का तांता लग गया है।
पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी एक जमाने में पूर्वांचल के डॉन कहे जाते थे। वो वह साल 1997 से 2007 के बीच कल्याण सिंह से लेकर मुलायम सिंह यादव तक की सरकार में पांच बार मंत्री रहे। वहीं एक समय ऐसा भी था जब वो जेल मं बंद थे। और उनपर गैंगस्टर ऐक्ट के तहत कार्रवाई चल रही थी।
हरिशंकर तिवारी पहली बार निर्दलीय विधायक बने। ये चुनाव उन्होंने 1985 में लड़ा था। उस समय के ये पहले ऐसे नेता थे जिन्होंने जेल में रहते हुए चुनाव लड़ा और जीत भी दर्ज की थी। पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी किसी जमाने में पूर्वांचल के बाहुबली माने जाते थे। वहीं उनके बेटे भी राजनीति में संसद और विधायक रह चुके हैं।
चिल्लूपार विधानसभा क्षेत्र से लगातार 22 वर्षों (1985 से 2007) तक वो विधायक रहे थे। हरिशंकर तिवारी तीन बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीते व यूपी सरकार में मंत्री भी बने थे।
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