Hathras: हाथरस जनपद आलू की फसल का एक बड़ा क्षेत्र है। जनपद में 60 प्रतिशत किसान आलू की फसल करता है। बेशक उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए आलू की खरीद का दाम 650 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है, लेकिन हाथरस का किसान इससे बिल्कुल भी खुश नहीं है।
किसानों का कहना है कि सरकार ने जो भाव तय किए हैं वो उसकी लागत का आधा भी नही है। हाथरस में इस बार प्रकृति ने किसान का साथ दिया तो आलू की बंपर पैदावार हुई, लेकिन इतनी अच्छी पैदावार होने के बावजूद भी किसान खुश नही हैं । उसका प्रमुख कारण है कि किसानों को उनकी फसल का उचित दाम नहीं मिल रहा । सब्जियों के राजा आलू का भाव ऐसा गिरा है कि वह माटी के मोल बिक रहा है। उन्हें योगी सरकार से उम्मीद थी लेकिन सरकार ने जब आलू के रेट 650 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से तय किए तो उन्हें मायूसी ही हाथ लगी।
किसानों का कहना है आलू की बुबाई से आलू निकाले जाने तक आलू की कीमत 10 से 12 रुपये हो जाती है, सरकार ने उसकी कीमत मात्र 6 रुपये 50 पैसे रखी है,जो लागत का आधा मूल्य है। जिसके चलते अच्छी फसल की खुशी नही मिली, सरकार को आलू की खरीद कीमत को बढ़ानी चाहिए ताकि किसान को आलू में हुए खर्चे को निकाल लिया जाए।