India News UP (इंडिया न्यूज), Hathras Stampede: इस मामले में पुलिस ने भोले बाबा के मुख्य सेवादार कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और उस धार्मिक आयोजन के अन्य आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है।
हाथरस में सत्संग के दौरान 100 से अधिक लोगों की मृत्यु के मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है। सीएम ने भी दोषियों को माफ नहीं करने की बात कही है। पुलिस भी जांच के आधार की गति बढ़ा रही है।
इन सबके बीच एक प्रशिक्षण दर्ज किया गया है, जिसमें बाबा के मुख्य सेवादार और सत्संग के संचालकों पर आरोप लगाया गया है, लेकिन इसमें प्रवचन देने वाले ‘भोले बाबा’ का नाम नहीं दिया गया है।
कई लोग यह सवाल पूछ रहे हैं कि पुलिस ने अभी तक ‘भोले बाबा’ के खिलाफ टीम दर्ज क्यों नहीं की है। जिस बाबा के प्रवचन की वजह से इतनी भीड़भाड़ और यह हादसा हुआ, उसे भी आरोपी क्यों नहीं बनाया गया। हालांकि पुलिस के कई गवाहों का कहना है कि बाबा का इस हादसे में कोई रोल नहीं था, इसलिए वह अभी तक आरोपी नहीं है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार जिस समय यह घटना हुई उस समय बाबा वहां से चले गए थे , इसलिए एफआईआर में उनका नाम नहीं है। दूसरी बात यह है कि इस तरह के आयोजनों में संचालक की भूमिका होती है, प्रवचनकर्ता की नहीं। इस आयोजनकर्ता को देखना होता है कि कितने लोग आएंगे, कितने बैठेंगे और कितने ऑफर्स रखेंगे। प्रशासन के संपर्क में संचालक ही रहते हैं, बाबा नहीं। इन सभी परिस्थितियों से अभी तक बाबा के ऊपर कोई एफआईआर नहीं है।