Health Tips For Women’s
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh)। अक्सर महिलाएं परिवार की जिम्मेदारियों को निभाते-निभाते अपने लिए वक्त नहीं निकाल पाती हैं। उनका खान-पान भी असंतुलित रहता है। नतीजा उनका शरीर कमजोर हो जाता है और उन्हें कई बीमारियां घेर लेती हैं। अगर हम कुछ सावधानियां रखें तो इन समस्याओं से निजात पा सकते हैं।
कामकाजी और गृहिणी महिलाओं में भी कमजोरी होने के अलग अलग कारण हो सकते हैं। आइये जानते हैं कि महिलाओं को किन कारणों से कमजोरी होती है।
महिलाओं में कमजोरी के लक्षण होना उनकी दिनचर्या पर निर्भर करता है। यही लक्षण महिलाओं में उनकी अपनी क्षमता के अनुसार बदलाव लाते हैं। शरीर में दर्द, पेट में ऐठन, शरीर में कपकपी, पेशाब का रंग गुलाबी होना या पेशाब में खून आना, पेशाब का रंग धुंधला होना, भूख न लगना, हमेशा बीमार रहना, पेशाब से तीव्र गंध आना, प्यास अधिक लगना आदि लक्षण कमजोरी के हो सकते हैं।
मुलेठी एक जड़ी बूटी है जो महिलाओं में कमजोरी के विभिन्न लक्षणों को दूर करने में प्रभावी तरीके से काम करती है। यह जड़ी बूटी प्राकृतिक रूप से शरीर में हार्मोन को प्रेरित करता है। जिसके कारण मेटाबोलिज्म बढ़ता है और शरीर को एनर्जी मिलती है। एक चम्मच लीकोरिस पाउडर को दो चम्मच शहद में मिलाएं और एक गिलास गुनगुने पानी के साथ इसका सेवन करें। महिलाओं में कमजोरी दूर करने का यह एक बेहतर घरेलू उपाय है।
सभी फलों में आंवला एक ऐसा फल है जिसमें बहुत उच्च मात्रा में पोषक तत्व पाया जाता है। आंवला विटामिन सी, कैल्शियम, प्रोटीन, आयरन, कार्बोहाइड्रेट और फास्फोरस का बढ़िया स्रोत है। दो चम्मच आंवला जूस में बराबर मात्रा में शहद मिलाकर दिन में दो से तीन बार इसका सेवन करें। आप चाहें तो भोजन में भी ताजे आंवले की चटनी, सॉस आदि को शामिल कर सकती हैं। पर्याप्त पोषक तत्वों से युक्त होने के कारण महज कुछ दिनों में ही शारीरिक कमजोरी दूर हो जाती है।
जिन महिलाओं को जोड़ो में दर्द या फिर कमर में दर्द रहता है तो उन्हें अदरक या सोंठ पाउडर में थोड़ा गुड़ मिलाकर खाने से दर्द में आराम मिलता है।
मासिक धर्म के दौरान अधिक ब्लीडिंग के कारण भी महिलाओं को शारीरिक कमजोरी हो जाती है। ऐसी स्थिति में कमजोरी दूर करने के लिए अंडा बहुत फायदेमंद होता है। अंडे में राइबोफ्लेविन, विटामिन ए और फोलिक एसिड पाया जाता है। यदि आपको अधिक कमजोरी महसूस हो तो सुबह नाश्ते में दो उबले हुए अंडे खाएं। इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन मिलता है और कमजोरी भी नहीं महसूस होती है।
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