इंडिया न्यूज, मेरठ:
इन दिनों हीट वेव का कहर दिख रहा है। मेरठ और आसपास के जिलों भी इससे प्रभावित हैं। मेरठ में तापमान 42 डिग्री की ओर बढ़ने को तैयार है।इस पर गर्म हवा ने मौसम को असहीनय बना दिया है। यह मौसम बीमार कर सकता है। इसके बचने के लिए सही उपाय करना जरूरी है।
दोपहर के समय घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। आने वाले समय में लू का प्रकोप और बढ़ जाएगा। मौसम विज्ञानियों के अनुसार भारत के कुछ क्षेत्रों खासकर नार्थ में हीट वेव या लू मार्च से जून महीने के समय चलना शुरू करती है और फिर यह सबसे अधिक मई महीने में चलती है। बस, इसी दौरान सबसे भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में घरों से बाहर निकलना भी कठिन हो रहा है।
मैदानी क्षेत्र में जब भी तापमान 40 डिग्री या उससे अधिक हो जाता है तब लू या हीट वेव का असर दिखने लगता है। मौसम विज्ञानियों ने भी इसे परिभाषित किया है। मौसम विज्ञान विभाग आइएमडी के मुताबिक जब कभी मैदानी इलाकों का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक और पहाड़ी क्षेत्रों का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है तो लू चलने लगती है और यह हेल्थ पर बुरा असर डालती है।
अत्यधिक गर्म मौसम की अवधि को हीट वेव कहते हैं। अक्सर पारा जब औसत से ऊपर चला जाता है तो भी लू चलने लगती है। एक बात और अगर किसी क्षेत्र में तापमान 47 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, तो इसे खतरनाक लू की श्रेणी में रखा जाता है। तटीय क्षेत्रों में जब तापमान 37 डिग्री सेल्सियस हो जाता है तो हीट वेव चलने लगती है।
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