India News UP (इंडिया न्यूज), UP News: बिजली की मांग 29,727 मेगावाट तक पहुंच गई थी, जिसे पावर कॉरपोरेशन ने पूरा करते हुए नया रिकॉर्ड बनाया। 24 जुलाई 2023 को अधिकतम मांग 28,284 मेगावाट तक पहुंच गई थी, जो उस समय का रिकॉर्ड था। यह रिकॉर्ड बाद में 22 मई 2024 को टूट गया, जब बिजली की मांग 28,336 मेगावाट तक पहुंच गई।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भीषण गर्मी में भी सुचारु विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन द्वारा प्रतिबद्धता के साथ यह सुनिश्चित किया जा रहा है।
यूपीपीसीएल के चेयरमैन डॉ. आशीष कुमार गोयल ने अधिकारियों को भीषण गर्मी और बढ़ती विद्युत मांग के मद्देनजर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। सभी कार्मिकों को इस चुनौतीपूर्ण समय में पूरी लगन और ईमानदारी से अपने दायित्वों का निर्वहन करना है। उन्होंने बताया कि लगातार बढ़ रही विद्युत मांग को पूरा करने के लिए व्यवस्थाएं की जा रही हैं। पावर कारपोरेशन ने पूर्वानुमान के अनुसार विद्युत उपलब्धता के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है और मांग बढ़ने पर अतिरिक्त व्यवस्थाएं तत्परता से की जा रही हैं।
चेयरमैन ने इस बात पर जोर दिया कि सिस्टम की क्षमता के कारण कहीं भी निर्धारित विद्युत कटौती नहीं हो रही है। स्थानीय फाल्टों के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं। इस संबंध में स्थानीय फाल्टों को तत्काल ठीक करने और कम से कम समय में आपूर्ति बहाल करने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चेयरमैन डॉ. आशीष गोयल ने बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने प्रदेश के सभी वितरण निगमों के प्रबंध निदेशकों एवं मुख्य अभियंताओं को सर्वाधिक लाइन लॉस वाले फीडरों को लक्षित करने तथा आवश्यकता पड़ने पर सतर्कता की सहायता से अभियान चलाकर बिजली चोरी रोकने के निर्देश दिये। किसी को भी अनुचित रूप से परेशान नहीं किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बेहतर बिजली आपूर्ति एवं सिस्टम प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए बिजली चोरी पर प्रभावी ढंग से अंकुश लगाना जरूरी है। अभियान में सबसे पहले बिजली चोरी की सर्वाधिक संभावना वाले फीडरों को चिन्हित कर लक्षित किया जाए।
प्रयागराज परिक्षेत्र की विद्युत व्यवस्था की समीक्षा में अध्यक्ष ने प्रयागराज (प्रथम) एवं फ़तेहपुर के अधीक्षण अभियंताओं को आरोप पत्र जारी करने का निर्देश दिया। राजस्व, ट्रांसफार्मर क्षति, सहायक बिलिंग, आरडीएसएस और व्यवसाय योजना योजनाओं के संबंध में उनके क्षेत्रों में प्रगति संतोषजनक नहीं थी। कौशांबी और खागा के अधिशाषी अभियंताओं को भी कड़ी चेतावनी दी गई।
उत्तर प्रदेश ने भीषण गर्मी के दौरान बढ़ी हुई मांग को सफलतापूर्वक पूरा करके सर्वाधिक बिजली आपूर्ति का राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया है। हाल ही में, उत्तर प्रदेश ने देश में सबसे अधिक 29,500 मेगावाट बिजली की मांग को पूरा करके एक मील का पत्थर स्थापित किया।
ग्रिड इंडिया पावर सप्लाई रिपोर्ट के अनुसार 10 जून 2024 को उत्तर प्रदेश ने 28,889 मेगावाट बिजली की आपूर्ति कर महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों को पछाड़कर एक बार फिर देश में पहला स्थान हासिल किया।
10 जून को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे अधिक मांग को पूरा करने के लिए उत्तर प्रदेश ने 28,889 मेगावाट, महाराष्ट्र ने 24,254 मेगावाट, गुजरात ने 24,231 मेगावाट, तमिलनाडु ने 16,257 मेगावाट और राजस्थान ने 16,781 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की। साथ ही, उत्तर प्रदेश के बिजली विभाग ने इस साल पीक आवर्स के दौरान देश में सबसे ज्यादा बिजली आपूर्ति का रिकॉर्ड बनाया है।
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