Irfan Solanki Case
इंडिया न्यूज, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)। कानपुर में जाजमऊ आगजनी का मामला इन दिनों काफी गरमाया हुआ है। सपा विधायक इरफान सोलंकी इस मामले से घिरे हुए हैं। छानबीन के दौरान कई बड़ी बातें निकल कर सामने आई हैं। वहीं अब इस मामले से जुड़े एक और कड़ी का खुलासा हुआ है। पुलिस ने इस मामले में सपा नेत्री नूरी शौकत के मौसा इशरत की भी गिरफ्तारी कर ली है।इशरत के घर से इरफ़ान का फर्जी आधारकार्ड बरामद हुआ है। पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे कोर्ट में पेश किया साथ की आधार कार्ड को भी पुलिस ने सदस्य साक्ष्य के तौर पर इस्तेमाल किया है।
आधार कार्ड को लगाना था ठिकाने
बीते बुधवार पुलिस ने मामले में नामजद आरोपी इशरत की गिरफ्तारी कर ली है। मिली जानकारी अनुसार इशरत के घर से इरफ़ान का फर्जी आधारकार्ड बरामद हुआ है। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में इशरत ने बताया कि इरफ़ान से सरेंडर करने से पहले इरफ़ान ने उसे आधारकार्ड को ठिकाले लगाने का काम दिया था। इरफ़ान ने कहा था कि यह आधार कार्ड पुलिस के हाथ नहीं लगाना चाहिए।
अशरफ अली के नाम पर था आधार
इशरत से मिली जानकारी अनुसार यह फर्जी आधार कार्ड उसके सामने ही बनाया गया था। उसने बताया कि यह आधार कार्ड नूरी के भाई अशरफ अली के नाम पर बनाया गया था। अशरफ अली के आधार पर इरफान की फोटो लगाकर स्कैन किया गया था। ऐसा इरफ़ान की पहचान छिपाने के लिए किया गया था। इस सब के दौरान इशरत वहीँ मुजूद था।
आधार बनाने वाले की तलाश
8 नवंबर को जाजमऊ थाने में इरफान सोलंकी, उनके भाई रिजवान सोलंकी व अन्य 55 अज्ञात पर आगजनी व रंगदारी का मुकदमा दर्ज किया गया था। वहीं ग्वालटोली के केस में कुल 9 नामजद आरोपी हैं। 9 आरोपियों में से 8 की गिरफ्तारी कर ली गयी है। मगर अभी आधार कार्ड बनाने वाला आरोपी पुलिस की पकड़ से दूर है। आरोपी का नाम अली है। उसी ने आधार कार्ड बनाया था।पुलिस को आधार बनाने वाले अली की अब तलाश है।
यह भी पढ़ें: Today Horoscope: इन 5 राशियों को मिलेगा आज लाभ, बनेंगे सारे काम