India News UP (इंडिया न्यूज़), Jaunpur: लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के ठीक बाद यूपी में पहली मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक लाख रुपये का इनामी बदमाश प्रशांत मारा गया। जौनपुर पुलिस को यह कामयाबी मिली। पुलिस को पिछले सात सालों से इसकी तलाश थी। बदमाश पर हत्या और लूट के 40 से ज्यादा मामले दर्ज थे। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की।
उत्तर प्रदेश के जौनपुर में पुलिस ने कांग्रेस चुनाव के मद्देनजर मोस्ट वांटेड इनामी अपराधी प्रशांत सिंह को एनकाउंटर में मार गिराया है। मंगलवार देर रात पुलिस और कुख्यात बदमाश प्रशांत सिंह प्रिंस के बीच झड़प हो गई। प्रशांत सिंह ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। प्रशांत सिंह पर हत्या और डकैती के 40 से अधिक मामले दर्ज थे।
वह बहुत समय से वांछित था। पुलिस ने बदमाश के पास से एक बाइक भी बरामद की है। यूपी में कांग्रेस चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होते ही कानून व्यवस्था में उग्र बनने रहे अपराधियों पर कार्रवाई शुरू की गई है। योगी सरकार लगातार अपराध के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
शाहगंज थाने में 13 मई को आशुतोष श्रीवास्तव की हत्या हो गई थी। पुलिस ने प्रशांत सिंह और उसके साथी पर हत्या का आरोप लगाया था । प्रशांत सिंह पर पहले भी कई हत्या और डकैती की गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। पुलिस ने पिछले सात सालों से उसकी तलाश में थी। राजकुमार के पीछे एक लाख रुपए का इनाम भी था। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस को पता चला है कि राजकुमार जौनपुर के खेतासराय थाना क्षेत्र में मौजूद है।
जब पुलिस पहुंची, तो प्रशांत के साथ झगड़ा हो गया। प्रशांत ने पुलिस को देखते ही उन पर गोलियां चलाना शुरू कर दिया। पुलिस भी जवाबी गोलियां खा रही है। इस शाना में प्रशांत की हत्या हो गई। गोली लगने से प्रशांत की मौत हो गई। उस इनामी बदमाश के पास से पुलिस को 9 एमएम के दो असलहे हैं। उसके पास से एक बाइक भी बरामद की गई है।