इंडिया न्यूज, कानपुर
Kanpur Sikh Riots 1984 : कानपुर सिख दंगा 1984 की जांच कर रही एसआईटी ने बुधवार रात को पांच और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इन सभी पर सिख दंगे के दौरान सिखों को जिंदा फूंकने के साथ ही लूटपाट का आरोप है। किदवई नगर, जूही लाल कॉलोनी और निराला नगर में ताबड़तोड़ दबिश देकर एसआईटी ने पांचों को गिरफ्तार किया है। एसआईटी सिख दंगे में अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। (Kanpur Sikh Riots 1984)
निराला नगर में गुरुदयाल सिंह की तीन मंजिला इमारत में 12 सिख परिवार रहते थे। एक नवम्बर 1984 को इस इमारत पर दंगाइयों ने हमला कर दिया। दंगाइयों ने सरदार भूपेन्द्र सिंह व रक्षपाल सिंह को छत से अग्निकुंड में फेंक दिया था। वहीं, गुरुदयाल सिंह के बेटे सतवीर सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दंगे के दौरान जघन्य हत्याकांड के आरोपी साकेत नगर बीएसएनएल एक्सचेंज के सामने कंजड़पुरवा किदवई नगर निवासी जसवंत (68), जूही लाल कॉलोनी निवासी रमेश चन्द्र दीक्षित (62), रविशंकर मिश्रा (76), निराला नगर निवासी भोला (70) और यू ब्लॉक निराला नगर निवासी गंगा बक्श सिंह (60) को गिरफ्तार कर लिया। गुरुवार को तीनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा जाएगा।
एसआईटी अध्यक्ष पूर्व डीजीपी अतुल कुमार ने इस मामले को लेकर गुरुवार को समीक्षा बैठक बुलाई है। सिख दंगे में हुई अब तक कार्रवाई को लेकर समीक्षा होगी। इसके साथ ही दंगे में शामिल मुख्य आरोपियों की गिरफ्तारी को भी लेकर रणनीति तैयार की जाएगी।
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