Lakhimpur Kheri
इंडिया न्यूज, लखीमपुर खीरी (Uttar Pradesh)। लखीमपुर खीरी जिले में एक सनसनीखेज खबर सामने आई है। यहां एक डॉक्टर पति ने अपनी महिला डॉक्टर पत्नी की डंडों से पीट-पीटकर हत्या उसकी जान ले ली। इसके बाद चोरी छिपे 371 किलोमीटर दूर गढ़मुक्तेश्वर जाकर शव का अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद वापस आकर लखीमपुर खीरी की सदर कोतवाली में पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने जब मामले की छानबीन की तो सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हुआ।
पुलिस की जांच में सामने आया है कि पति ने अपने पिता के साथ मिलकर उसकी हत्या की है। अंतिम संस्कार करने से पहले शव अस्पताल में छिपाकर रखा था। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
2014 में डॉक्टर दूल्हे के साथ हुई थी शादी
ईसानगर थाना क्षेत्र के गांव रायपुर में रहने वाले शिवराज शुक्ला डीएम गोंडा के ओएसडी हैं। उनकी बेटी वंदना शुक्ला (28) बीएएमएस थी। वर्ष 2014 में उसकी शादी लखीमपुर शहर के मोहल्ला बहादुरनगर निवासी अभिषेक दीक्षित के साथ हुई थी। अभिषेक भी बीएएमएस डॉक्टर है। दोनों ने सीतापुर रोड पर गौरी नाम से हॉस्पिटल बनवाया था और उसी में प्रैक्टिस करते थे। धीरे धीरे उनके बीच विवाद शुरू हो गए। वंदना चहमलपुर के लक्ष्मी नारायण हॉस्पिटल में प्रैक्टिस करने लगी। उनके बीच मारपीट भी होती थी।
सीओ सिटी संदीप सिंह ने बताया कि 26 नवंबर को पति अभिषेक और उसके पिता गौरी शंकर अवस्थी ने वंदन को घर पर डंडों से पीटा। इसमें उसकी मौत हो गई। दोनों ने वंदना के शव को बक्शे में बंद कर दिया। देर रात रेलवे स्टेशन से एक पिकअप किराए ली। उसमें वंदना का शव अपने गौरी हॉस्पिटल ले गए। सुबह एक एम्बुलेंस किराए ली। उससे उसके शव को गढ़ मुख्तेश्वर ले गए। वहां 1300 की पर्ची कटवाई और शव का अंतिम संस्कार कर दिया।
27 नवंबर की शाम मृतका के पिता को सूचना दी कि उनकी बेटी कही चली गई है। पिता लखीमपुर आया और पति के साथ जाकर कोतवाली सदर में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस ने जांच शुरू की तो घटना का खुलासा हुआ। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। उनसे पूछताछ की गई तो आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। पुलिस दोनों को जेल भेज रही है।
संदूक में छिपाया था शव
पिता पुत्र दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस उनके अस्पताल गौरी चिकित्सालय पहुंची। जहां पर हत्यारोपियों ने वह संदूक छुपाई थी, जिसमें मृतका डॉक्टर का शव रखकर गढ़मुक्तेश्वर तक ले जाया गया था। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर अस्पताल पहुंचकर उस सन्दूक को भी बरामद कर लिया है जिसमें मृतका डॉक्टर का शव रखकर गढ़मुक्तेश्वर ले गए थे आरोपी। बताते हैं यह वही संदूक है जो मृतका के पिता ने शादी में दहेज में दिया था।
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