India News (इंडिया न्यूज), Azam Khan News: सपा के वरिष्ठ नेता और जौहर विश्वविद्यालय के संस्थापक आजम खान का दर्द आज सामने आया है। उन्होंने कहा कि मैने जो नेक काम किए थे उसके लिए मुझे भारत रत्न देना चाहिए था लेकिन मुझे किताब चोर बना दिया गया और जेल भेज दिया गया।
उन्होंने कहा जौहर विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए दुनिया के कोनों में जाकर किताबों को लाया गया था। जिससे वहां पर पढ़ने वाले छात्रों का भविष्य बन सके लेकिन ऐसा करने के एवज में किताब चोर घोषित कर दिया गया।
आजम खान और उनके बेटे को कोर्ट ने कई मामलों में सजा सुनाई है। ऐसे में आजम की सांसदी और उनके बेटे अब्दुलाह की विधायकी जा चुकी है। इसी के साथ हुए उप चुनाव में भी करारी शिकस्त सपा को झेलनी पड़ी ऐसे में दोहरा झटका आजम को लगा है।
मदर्स डे के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में आजम खान ने कहा कि जौहर विश्वविद्यालय के लिए वो दुनिया के कोनों में जाकर किताबों को लाए थे। वहीं इस नेक काम करने का परिणाम क्या मिला कि मुझे मुल्जिम बना दिया गया। उन्होंने कहा कि उन्होंने हार नहीं मानी है और इरादा नहीं बदला है।
सपा नेता ने कहा कि चुराकर किताब पढ़ने वाले हमेशा से ही अच्छे और नेक इंसान बने हैं। हमने दुनिया के कई हिस्सों से किताबों को इकट्ठा किया था। इसके बाद हमें किताब चोर बना दिया गया। लेकिन कहना चाहेंगे कि किताबें चोरी करके पढ़ने वाले साइंटिस्ट, मिसाइल मैन और कामयाब इंसान बने हैं।
जानकारी हो कि देश का एकमात्र विश्वविद्यालय है जिसमे ना किसी छात्र पर ना ही किसी शिक्षक पर कोई भी मामला दर्ज है। लेकिन बावजूद इसके पिछले कई सालों से जौहर यूनिवर्सिटी के गेट पर पुलिस का डेरा है। पुलिस गेट पर टेंट लगा कर रहती है।
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