India News (इंडिया न्यूज), Lucknow Court Firing: लखनऊ कोर्ट फायरिंग में बुधवार को हुए ताजा खुलासे में गैंगस्टर-नेता मुख्तार अंसारी के सहयोगी संजीव माहेश्वरी जीवा को को लेकर पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इस हमले में जीवा को कम से कम छह गोलियां मारी गईं। पुलिस ने जानकारी दी कि कथित हमलावर की पहचान जौनपुर जिले के रहने वाले विजय यादव (24) के रूप में हुई है, जो वकील के वेश में था, जिसे कोर्ट रूम के बाहर शाम करीब 4 बजे गोली चलने के बाद मौके पर ही पकड़ लिया गया।
सूत्रों के अनुसार गैंगवार और अपराध की दुनिया में वर्चस्व की जंग को लेकर संजीव जीवा की हत्या हुई है। पुलिस को गैंगस्टर सुनील राठी के शामिल होने का शक है, जिसकी जीवा से दुश्मनी का इतिहास रहा है। सुनील राठी जेल में गैंगस्टर-राजनीतिज्ञ मुन्ना बजरंगी की हत्या का भी आरोपी है। संजीव जीवा मुन्ना बजरंगी का करीबी बताया जाता था। मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से दोनों के बीच रंजिश चरम पर पहुंच गई थी।
गैंगस्टर संजीव उर्फ जीवा की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, शरीर में प्रवेश और निकास के 16 बिंदुओं से पता चलता है कि 8 गोलियां चलाई गई थीं। 6 गोलियां उसके सीने में लगीं और 2 उसके हाथ में लगीं और उसे बलरामपुर अस्पताल लाया गया।
सूत्रों ने कहा कि कथित आरोपी विजय यादव 3 महीने पहले मुंबई में सुनील राठी गिरोह के संपर्क में था। पुलिस ने बताया कि विजय यादव पिछले एक महीने से घर से लापता था। यादव को फिलहाल ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। ऐसे में पुलिस शूटर की कस्टडी के लिए अर्जी दाखिल करेगी और अगर कोर्ट मान जाए तो उसे पेश करने की व्यवस्था की जाएगी।
इस घटना में एक पुलिसकर्मी और एक दो वर्षीय बच्ची घायल हो गयी। पुलिस ने कहा कि कथित हमलावर की पहचान जौनपुर जिले के रहने वाले विजय यादव (24) के रूप में हुई है, जिसे कोर्ट रूम के बाहर शाम करीब चार बजे गोली चलने के बाद मौके पर ही पकड़ लिया गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि हमलावर ने वकील के वेश में कपड़े पहने थे और करीब छह गोलियां चलाईं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन का निर्देश दिया है।
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