Lucknow News: (Annoyed by the slap of the mother) लखनऊ से रूह कांपने वाली घटना सामने आई है। जहां टीवी पर कार्टून देख रहे दो भाइयों का आपस में झगड़ा हो गया। झगड़े के चलते मां ने बड़े बेटे को थप्पड़ जड़ दिया। जिससे नाराज होकर बड़े बेटे ने फंदा लगाकर जान दे दी। मां खिड़की से चिल्लाती रह गई पर बेटे ने एक न सुनी।
एक मां के लिए वो मंजर कैसा होगा जब उसके ही आंखो के सामने उसके बच्चे की जान चली जाए। जी हां ऐसा ही एक मामला लखनऊ के सआदतगंज के कटरा विजन बेग से आया है। जहां रुमिका तिवारी के 15 साल के बेटे आयुष्मान तिवारी ने उनकी आंखों के सामने ही फांसी लगा के जान दे दी। मां खिड़की से चीखती-चिल्लाती रहीं लेकिन उसने एक न सुनी। मां की बस इतनी गलती थी कि उसने दो भाइयों में बीच टीवी पर कार्टून देखने को लेकर झगड़ा होनें पर बड़े बेटे को एक थप्पड़ मार दिया। जिसकी सजा उसे बेटे की जान के साथ चुकानी पड़ी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने घरवालों केअनुरोध पर बिना पोस्टमार्टम के पंचनामा कर बच्चे का शव उन्हें सौंप दिया। बता दें कि रुमिका तिवारी के पति राजेश तिवारी की मौत हो चुकी है। और वह दोनों बेटों आयुष्मान व अंशुमान के साथ कटरा विजन बेग में रह रही थीं। रविवार रात छोटा बेटा अंशुमान टीवी पर छोटा भीम देख रहा था तो तभी आयुष्मान अचानक से चैनल बदलने लगा। इसी बात पर दोनों के बीच झगड़ा हो गया। जब रुमिका ने दोनों के झगड़े की आवाज सुनी तो कमरे में पहुंच गईं और आयुष्मान को एक थप्पड़ मार दिया। इससे वह नाराज हो गया।
नाराज होने के बाद आयुष्मान ने मां का मोबाइल लिया और कमरे को अंदर से बंद कर लिया। जब कुछ देर बाद कमरे से कोई दस्तक नहीं हुई तो उसने खिड़की से झांककर देखा। जिसे देख वो हैरत में पड़ गई। उसने देखा कि आयुष्मान अंदर फंदा बना रहा था। वह खिड़की से उसे रोकने लगीं, लेकिन वह नहीं माना। जिसके बाद उसने मां की आंख के सामने ही फांसी लगा ली।
रुमिका के शोर मचाने पर आसपास के लोग जुट गए। पड़ोसियों ने गैस सिलिंडर से दरवाजे पर कई वार किए तो दरवाजा टूट गया। आनन-फानन में आयुष्मान को फंदे से उतार कर पास के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि मामले में न कोई तहरीर मिली है और न ही कोई शिकायत मिली है। इस पर ट्रॉमा सेंटर चौकी प्रभारी ने उच्चाधिकारियों से बातचीत कर शव का पंचनामा कर रुमिका को सौंप दिया।