Lucknow News: केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन, जिन्हें यूपी सरकार ने गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया था, उन्हें जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया।
यूपी के हाथरस कांड के बाद हिंसा भड़काने और देशद्रोह के आरोपों में गिरफ्तार पत्रकार सिद्दीक कप्पन को गुरुवार सुबह लखनऊ जेल से रिहाई कर दिया गया। आज दो साल बाद कथित पत्रकार सिद्दीक कप्पन जेल से छूटा। आपको बता दे सिद्दीक कप्पन को दो मामलों में सशर्त जमानत मिलने के बाद भी रिहाई नहीं मिल रही थी। एक माह से अधिक समय बाद लखनऊ की एक विशेष अदालत ने कप्पन की रिहाई के आदेश दिया।
I have come out of jail after 28 months. I want to thank the media for supporting me. False allegations were put against me. I am happy to be out now: Kerala journalist Siddique Kappan pic.twitter.com/ggumEzfF7l
— ANI (@ANI) February 2, 2023
पत्रकार सिद्दीकी कप्पन के बुधवार शाम को जेल से बाहर निकलने की उम्मीद थी, लेकिन मनी लॉन्ड्रिंग की रोकथाम पर विशेष अदालत के न्यायाधीश के बार काउंसिल चुनाव में व्यस्त होने की वजह से पत्रकार को रिहा नहीं किया जा सका।
जेल से रिहा होने के बाद पत्रकार सिद्दीकी कप्पन ने कहा कि “मैं 28 महीने बाद जेल से बाहर आया हूं। मुझे सपोर्ट करने के लिए मैं मीडिया का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। मुझ पर झूठे आरोप लगाए गए। मैं अब बाहर आकर खुश हूं।”
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यूपी के हाथरस कांड के बाद हिंसा भड़काने और देशद्रोह के आरोपों में सिद्दीकी कप्पन को अक्टूबर 2020 में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) गिरफ्तार किया गया था। जब वह हाथरस में कथित सामूहिक दुष्कर्म और अनुसूचित जाति की 20 वर्षीय महिला की मौत की रिपोर्ट करने के लिए जा रहा था, उस रिपोर्ट ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया था। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने कहा कि वह अशांति पैदा करने के लिए वहां जा रहा था।