Lucknow
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh): उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच का फैसला आ गया है। कोर्ट के फैसले के बाद अब राज्य में निकाय चुनाव का रास्ता साफ हो गया। लेकिन इसी बीच भाजपा सरकार पर विरोधी दलों ने जोरदार हमला बोला है। अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव राम गोपाल यादव ने प्रतिक्रिया दी है।
राम गोपाल यादव ने अपनी प्रतिक्रिया ट्वीट करके दी। उन्होंने ट्वीट करके लिखा है कि- निकाय चुनावों में ओबीसी का आरक्षण खत्म करने का फैसला दुर्भाग्यपूर्ण। उत्तर प्रदेश सरकार की साजिश। तथ्य न्यायालय के समक्ष जानबूझकर प्रस्तुत नहीं किए। उत्तर प्रदेश में 60 फीसदी आबादी को आरक्षण से वंचित किया। ओबीसी मंत्रियों के मुंह पर ताले। मौर्या की स्थिति बंधुआ मजदूर जैसी।
निकाय चुनावों में ओबीसी का आरक्षण खतम करने का फ़ैसला दुर्भाग्यपूर्ण। उत्तरप्रदेश सरकार की साज़िश। तथ्य न्यायालय के समक्ष जानबूझकर प्रस्तुत नहीं किए।उत्तर प्रदेश की साठ फ़ीसदी आबादी को आरक्षण से वंचित किया।ओबीसी मंत्रियों के मुँह पर ताले। मौर्या की स्थिति बंधुआ मज़दूर जैसी !
— Prof. Ram Gopal Yadav (@proframgopalya1) December 27, 2022
वहीं सपा के मीडिया सेल ने ट्वीट कर लिखा, पिछड़ा विरोधी भाजपा का असली चेहरा आज सामने आ गया है। भाजपा यादव विरोधी तो थी ही, भाजपा ने कुर्मी, कोइरी, लुहार, भुर्जी, कश्यप, निषाद, मल्लाह ,गोंड, धुरिया, नाई, तेली, मौर्य, शाक्य, कुशवाहा समेत अन्य पिछड़ा वर्ग सबको धोखा दिया है। समस्त पिछड़ा वर्ग भाजपा की नीयत जान ले।
अखिलेश यादव ने कहा, आज आरक्षण विरोधी भाजपा निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण के विषय पर घड़ियाली सहानुभूति दिखा रही है। भाजपा ने पिछड़ों के आरक्षण का हक छीना है, कल भाजपा बाबा साहब द्वारा दिए गये दलितों का आरक्षण भी छीन लेगी। आरक्षण को बचाने की लड़ाई में पिछडों और दलितों से सपा का साथ देने की अपील है।
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