Lunar Eclipse 2022
इंडिया न्यूज यूपी/यूके, लखनऊ: कार्तिक पूर्णिमा के दिन मंगलवार को खग्रास चंद्रगहण होगा। आज के दिन चंद्रोदय के समय पर ग्रास हुआ दिखाई पड़ेगा। सुबह 8:30 बजे से चंद्रग्रहण का सूतक का समय शुरू हो गया है। सूतक लगने से पहले लोगों ने अपने घरों मे पूजा कर ली। सूतक लगने से पहले ही मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए हैं। शाम 5:30 से 6:19 बजे तक चंद्रगहण होगा।
मंगलवार को पूर्णिमा पर लगने वाला चंद्रग्रहण साल का अंतिम ग्रहण है। ग्रहण काल दिन में 2:39 बजे से आरंभ होगा, लेकिन प्रयागराज में यह ग्रहण शाम 5:15 बजे लगेगा। इसका मोक्ष शाम 6:19 बजे है। ऐसे में सुबह 8:15 बजे ही सूतक लग जाएगा।
यह ग्रहण मेष राशि भरणी नक्षत्र में पड़ेगा। ग्रहण समाप्ति तक सूतक रहेगा। ग्रहण के दौरान बच्चों, रोगियों, गर्भवती महिलाओं और वृद्धजनों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है। सूतक काल शुरू होते ही उन्हें शयन व भोजन नहीं करना चाहिए। विशेषत: गर्भवती महिलाओं को सूतक लगते ही चाकू या छुरी से फल सब्जी इत्यादि नहीं काटना चाहिए। यह समय ईश्वर की आराधना में लगाना फलदायी माना गया है।
ग्रहम के प्रभाव से बचने के लिए करें यह काम
अशुभ व मध्यम जातक वालों के लिए श्रीमद् भगवत गीता, रामायण पाठ के अलावा गुरुमंत्र का जाप करना चाहिए। साथ ही जरूरतमंदों को चीनी, दूध और चावल का दान जरूर करें। अन्य राशि के जातक भी यह कार्य कर सकते हैं। ग्रहण काल को पुण्य, पूजा, दान, साधना और उपासना के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
साल का अखिरी चंद्रग्रहण आज
बता दें कि हिन्दू समुदाय में चंद्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण को लेकर कई तरह की मान्यताएं हैं। इस काल में कई परंपराएं भी प्रचलित हैं। दान-पुण्य, नदियों में स्नान और विशेष पूजा व सावधानी आदि का प्रविधान है। मालूम हो कि चंद्र ग्रहण काल शुरू होने से तीन प्रहर अर्थात करीब 9 घंटा पहले से सूतक काल शुरू हो जाता है। एक प्रहर तीन घंटे का होता है और सूतक को ग्रहण वेध भी कहा जाता है। सूतक काल में पूजा आदि का कार्य निषेध रहता है। आठ नवंबर को पड़ने वाला चंद्रग्रहण इस साल का आखिरी ग्रहण है।