Madarsa Survey
इंडिया न्यूज, लखनऊ (Uttar Pradesh) । उत्तर प्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की पूरी कुंडली सरकार के पास आ चुकी है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश में कुल 8496 मदरसे गैर मान्यता प्राप्त मिले हैं। इन पर कार्रवाई तय है। हालांकि मदरसा बोर्ड के चेयरमैन इफ्तिखार अहमद जावेद का कहना है कि सर्वे के पीछे कोई साज़िश नहीं है। मदरसा सर्वे को लेकर अधिकांश लोगों ने सहयोग किया है। योगी सरकार मदरसों का विश्वास जीतने में कामयाब रही है। सर्वे का उद्देश्य मदरसों में शिक्षा के स्तर को बढ़ाना है।
जो गड़बड़, उन पर कार्रवाई होना तय
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि मदरसों के सर्वे का काम पूरा हो चुका है। मुख्यमंत्री के साथ एक समीक्षा बैठक करेंगे और उसके बाद कार्यवाही की गति को आगे बढ़ाएंगे। कान्वेंट में पढ़े लोग सर्वे का विरोध कर रहे थे। विपक्ष नहीं चाहता कि मदरसे के बच्चे अच्छी शिक्षा पाएं। हम प्रधानमंत्री के सपने को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। पीएम ने कहा था एक हाथ में कुरान और एक हाथ में लैपटॉप मुस्लिम बच्चों के हाथ में होना चाहिए। मदरसों के बच्चों को अंग्रेजी गणित सभी विषयों की शिक्षा देंगे उन्हें मुख्य धारा से जोड़ेंगे। जो गड़बड़ है उन पर कार्रवाई भी करेंगे।
विपक्ष ने माहौल खराब करने का काम किया
राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि मदरसों का सर्वे पूरा हो चुका है। सभी जिलों के आंकड़े आ गए है। 8496 मदरसे गैर मान्यता प्रप्त मिले है। मदरसों के बेहतरी के लिए योगी सरकार काम कर रही है। मदरसों में अच्छी शिक्षा मिले इसपर सरकार काम कर रही है। सर्वे को लेकर विपक्ष ने माहौल खराब करने का काम किया। विपक्ष ने भ्रम फैलाया। किसी मदरसे पर कोई कार्रवाई नही होने जा रही है। सर्वे सिर्फ आंकड़ा जुटाने के लिए किया गया। सर्वे के बाद मदरसों की बेहतरी को लेकर काम किया जाएगा।
मान्यता प्राप्त कुल 16,513 मदरसे
प्रदेश में उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त कुल 16,513 मदरसे हैं। इनमें बड़ी संख्या में मदरसे बगैर मान्यता के भी चल रहे हैं। इन्हीं के बारे में जानकारी करने के लिए सरकार ने मदरसा सर्वे कराया है। प्रदेश में कुल मदरसों की संख्या अब 24 हजार से अधिक हो गई है।
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