इंडिया न्यूज, वाराणसी:
Maha Shivratri 2022 महाशिवरात्रि व्रत फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस व्रत को अर्धरात्रिव्यापिनी चतुर्दशी तिथि में किया जाता है। इस वर्ष सोमवार 28 फरवरी को रात 1.59 बजे चतुर्दशी लग रही है जो मंगलवार एक मार्च को रात 12. 17 बजे तक रहेगी। बीएचयू ज्योतिष विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. विनय कुमार पांडेय के अनुसार एक मार्च को ही महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। इस बार महाशिवरात्रि में शिव योग का संयोग प्राप्त हो रहा है। एक मार्च को दिन में 10. 38 बजे से शिव योग लग रहा है जो पूरे दिन व रात्रि तक रहेगा। यह सफलतादायक योग होता है।
महाशिवरात्रि भगवान शिव की विशेष रात्रि है। इस दिन महादेव अति प्रसन्न मुद्रा में होते हैं। रांची के दैवज्ञ श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि महादेव यूं तो हर दिन भक्तों की मुराद पूरी करने के लिए तत्पर रहते हैं लेकिन महाशिवरात्रि के दिन शिव और भी उदार हो जाते हैं। शास्त्रों में बताया गया है कि महाशिवरात्रि के दिन मनुष्य को अपनी मनोकामना के अनुसार शिव की पूजा करनी चाहिए। अपनी पूजा से शिव को यह बताएं कि आप शिव से क्या चाहते हैं।
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